Surgical Strike: …जब कमांडोज ने पाकिस्तान में घुसकर बिना मौका गंवाए आतंकियों पर चलाई ताबड़तोड़ गोलियां

भारतीय सेना  (Indian Army) के कमांडोज ने साल 2016 में 28-29 सितंबर की रात को पाकिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की थी। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में घुसकर हमारे सैनिकों ने पाकिस्तान के कई आतंकी लॉन्च पैड्स को तबाह कर दिया था।

Surgical Strike

Surgical Strike II फाइल फोटो।

Surgical Strike: सरकार की ओर से हरी झंडी मिलते ही सेना के कमांडोज ने पाकिस्तान में घुसकर बिना मौका गंवाए आतंकियों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं। इसके बाद 38 आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया गया।

भारतीय सेना  (Indian Army) के कमांडोज ने साल 2016 में 28-29 सितंबर की रात को पाकिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की थी। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में घुसकर हमारे सैनिकों ने पाकिस्तान के कई आतंकी लॉन्च पैड्स को तबाह कर दिया था।

आतंकवाद से लड़ने के लिए खासतौर पर प्रशिक्षित ब्लैक कैट कमांडोज या एनएसजी कमांडोज को तैनात किया जाता है। सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) से उरी का बदला लिया था।

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दरअसल, 18 सितंबर, 2016 को पाकिस्तान से आए आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में इंडियन आर्मी के कैंप पर हमला किया था, जिसमें 18 जवान शहीद हो गए थे। भारतीय सेना अपने जवानों के खून का बदला लेने के हर हद तक गुजरने के लिए तैयार थी।

सरकार की हरी झंडी मिलते ही सेना के कमांडोज ने पाकिस्तान में घुसकर बिना मौका गंवाए आतंकियों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं। सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) में 150 कमांडोज का इस्तेमाल हुआ था। कमांडोज हेलिकॉप्टर के जरिए एलओसी के पार उतरे और फिर आतंकियों पर ग्रेनेड फेंक दिया था।

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आतंकियों के बीच अचानक अफरा-तफरी फैलते ही स्मोक ग्रेनेड के साथ ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। इसके बाद 38 आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया गया। रात साढ़े 12 बजे शुरू हुआ ये ऑपरेशन सुबह साढ़े 4 बजे तक चला। दिल्ली में इस ऑपरेशन पर सेना मुख्यालय से रात भर नजर रखी गई थी।

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