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India Pakistan War 1965: सुजान सिंह का परिवार आज भी कर रहा उनका इंतजार, युद्धबंदी के साथ ऐसा बर्ताव करता है पाक

सुजान सिंह का परिवार।

India Pakistan War 1965: परिवार को अपने वीर सपूत सुजान सिंह (Sujan Singh) का बेसब्री से इंतजार है। परिवार का कहना है कि भारत सरकार कूटनीतिक स्तर पर बातचीत कर इन जवानों को रिहाई दिलवा सकती है।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तानी सेना को हमारे जवानों ने पटखनी दी थी। पाकिस्तान को हराने के लिए भारतीय सेना (Indian Army) ने हर मोर्चे पर दुश्मन को विफल साबित किया था।

वहीं, इस युद्ध के दौरान भारतीय जवानों को पाकिस्तान ने युद्धबंदी बना लिया था। इन जवानों के परिवारों को आज भी अपने वीर सपूतों का इंतजार है। पाकिस्तान युद्धबंदियों के साथ बहुत ही बुरा बर्ताव करता है। समय-समय पर प्राप्त सूचनाओं के आधार पर यह पता चला है कि इस युद्ध के दौरान गिरफ्तार किए गए जवान आज भी पाकिस्तानी जेल में कैद हैं।

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इनमें से एक जवान गुरदासपुर जिले के गांव बरनाला के जवान सुजान सिंह (Sujan Singh) भी हैं। उनके परिवार को अपने वीर सपूत का बेसब्री से इंतजार है। परिवार का कहना है कि भारत सरकार कूटनीतिक स्तर पर बातचीत कर इन जवानों को रिहाई दिलवा सकती है।

परिवार के मुताबिक, युद्ध के दौरान ही सुजान सिंह (Sujan Singh) को छंभ जोड़ियां के देबा बटाला सेक्टर में पाकिस्तानी सेना ने बंदी बना लिया था। जबकि, युद्ध समाप्ति की घोषणा के बाद भी हम उनकी वापसी का इंतजार करते रहे थे।

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हालांकि, 1970 में सुजान सिंह (Sujan Singh) द्वारा परिवार को चिट्ठी भेजी गई। इसमें उन्होंने जानकारी दी कि वह पाकिस्तान जेल में बंद है। इसके बाद परिवार हर तरह से उनकी रिहाई के लिए प्रयास कर रहा है, लेकिन अबतक निराशा ही हाथ लगी है।

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मालूम हो कि पाकिस्तान युद्धबंदियों के साथ बेहद ही बुरा बर्ताव करता है। वह उन्हें बुरी तरह से मारता है। रिहाई लेकर वापस आए युद्धबंदियों ने कई मौकों पर इसका जिक्र किया है। पाकिस्तानी सैनिक जेल में बंद भारतीय सैनिकों को सिगरेट से भी जलाते हैं।