Kargil War 1999: युद्ध के दौरान बतरा टॉप, टाइगर हिल, तोलोलिंग टॉप पर कारगिल युद्ध के दौरान की ऊंची बर्फीली चोटियों पर छुपकर बैठे दुश्मन को भारतीय सेना के वीर जवानों ने अपनी जान पर खेलकर मार भगाया था।
भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी युद्ध 1999 (Kargil War 1999) में लड़ा गया था। इस युद्ध को लेकर कई ऐसी बातें हैं जो हर भारतीय को जाननी चाहिए।पाकिस्तान के साथ युद्ध के उन दिनों में बाजी कभी भी पलट सकती थी। ऐसा इसलिए क्योंकि पाकिस्तान ने कारगिल के ऊंचाई वाले सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इलाकों पर धोखे से कब्जा किया हुआ था।
यह युद्ध कितने बड़े स्तर पर लड़ा गया था इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ‘ऑपरेशन विजय’ का जिम्मा परोक्ष और अपरोक्ष रूप से करीब दो लाख सैनिकों को सौंपा गया था। मुख्य युद्ध क्षेत्र कारगिल-द्रास सेक्टर में करीब 30 हजार सैनिक मौजूद थे।
कारगिल युद्ध के दौरान 26 जुलाई 1999 को भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन विजय’ को सफलतापूर्वक अंजाम दिया था। युद्ध के 20 साल बाद अब एलओसी पर भारतीय सेना की तैयारियां काफी बदल चुकी हैं। तब की स्थिति बेहद अलग थी और चुनौतियां भी अलग थीं।
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युद्ध के दौरान बतरा टॉप, टाइगर हिल, तोलोलिंग टॉप पर छुपकर बैठे दुश्मन को भारतीय सेना के वीर जवानों ने अपनी जान पर खेलकर मार भगाया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। पाकिस्तान ने कारगिल के ऊंचाई वाले सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इलाकों पर धोखे से कब्जा किया हुआ था।