Captain Vikram Batra: ये प्रेम कहानी अधूरी है। कैप्टन बत्रा कॉलेज के दिनों से अपनी प्रेमिका डिंपल चीमा से बेहद प्यार करते थे। 1995 में डिंपल कैप्टन विक्रम बत्रा से मिलीं, 1996 में विक्रम सेना में चले गए।
कारगिल की लड़ाई में भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी सैनिकों को छठी का दूध याद दिलाया था। देश के वीर सपूतों ने पाकिस्तानियों को 1999 में लड़े गए इस युद्ध में कई ऑपरेशन के जरिए हार का मुंह दिखाया था। इस युद्ध में भारत के जवान भी शहीद हुए जैसा कि अमूमन हर युद्ध में होता है। इन्हीं भारतीय वीर सपूतों में एक जवान थे कैप्टन विक्रम बत्रा।
एक ऑपरेशन की सफलता के बाद पाकिस्तानियों के खिलाफ दूसरे ऑपरेशन में छाती पर गोली खाकर शहीद होने वाले बत्रा को सरकार ने सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया है। कैप्टन विक्रम बत्रा जितने सख्त मिजाज थे उतने ही प्यारे इंसान भी थे। देश के लिए जान देने वाले इस वीर के दिल में भी कोई बसता था। और उनके दिल में जो बसती थी वह आज भी उनसे बेशुमार प्यार करती हैं।
कैप्टन विक्रम बत्रा: एक परमवीर जो साथी की जान बचाकर खुद शहीद हो गया
दरअसल ये प्रेम कहानी अधूरी है। कैप्टन बत्रा कॉलेज के दिनों से अपनी प्रेमिका डिंपल चीमा से बेहद प्यार करते थे। 1995 में डिंपल कैप्टन विक्रम बत्रा से मिलीं, 1996 में विक्रम सेना में चले गए। 1999 में विक्रम कारगिल वॉर में शहीद हो गए। वह डिंपल से शादी करने की प्लानिंग कर रहे थे।
चार सालों में कैप्टन विक्रम के साथ गुजारे गए पलों का जिक्र करते हुए उन्होंने एक न्यूज वेबसाइट को बताया है कि ‘जब वह एक बार वो मुझसे मिलने आए थे, तो मैंने उनसे शादी का मसला उठाया, क्योंकि मुझे कभी-कभी असुरक्षा होने लगी थी। उन्होंने बिना कुछ कहे अपने वैलेट से ब्लेड निकाला, अपना अंगूठा काटा और अपने खून से मेरी मांग भर दी। ये पल आज तक मेरी जिंदगी का सबसे प्यारा एहसास है, इसे मैं कभी नहीं भूल पाउंगी। इसके बाद मैं उन्हें कभी-कभी चिढ़ाती और कहती तुम पूरे फिल्मी हो।’
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