उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा के हंदवाड़ा में आतंकवादी मुठभेड़ में शहीद हुए नायक राजेश कुमार (Nayak Rajesh Kumar) को अंतिम विदाई दी गई। मानसा जिले के गांव राजराणा के शहीद नायक राजेश कुमार की पार्थिव देह 4 मई शाम गांव लाया गया। गांव पहुंचते ही अपने शहीद सपूत को आखिरी बार देखने के लिए ग्रामीण उमड़ पड़े। गांव में शव को सम्मान के साथ ले जाकर भारत माता की जय, वंदे मातरम और शहीद राजेश अमर रहे के नारे लगाए गए।
नायक राजेश कुमार (Nayak Rajesh Kumar) के पिता राम सिंह, माता विदासी देवी, भाई सुभाष कुमार और देवी लाल ने कहा कि उन्हें राजेश की शहादत पर गर्व है। नायक की कुर्बानी गांव के लिए नहीं बल्कि देश के लिए गर्व की बात है। अंतिम संस्कार के दौरान फौज की टुकड़ी ने नायक को सलामी दी। उनके भाई सुभाष कुमार ने चिता को मुखाग्नि दी। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नायक राजेश कुमार की शहादत पर दुख प्रकट किया।
जम्मू कश्मीर: कुपवाड़ा में 48 घंटे के भीतर दूसरा आतंकी हमला, CRPF के 3 जवान शहीद 2 घायल
बता दें कि शहीद नायक राजेश कुमार (Nayak Rajesh Kumar) पंजाब के मनसा जिले के रहने वाले थे। उनका परिवार सर्दुलगढ़ तहसील के राजराना गांव में रहता है। नायक राजेश कुमार 2010 में फौज में भर्ती हुए थे। वे घर में सबसे छोटे थे। 29 साल के राजेश के पांच भाई-बहन हैं। माता-पिता राजराना गांव में ही रहते हैं।
शहीद नायक राजेश कुमार का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। भाई बटाई पर खेत लेते थे। उनके पास एक एकड़ से भी कम जमीन है। राजेश जो पैसे भेजते थे, परिवार का गुजारा उससे हो रहा था। उनकी दोनों बहनों की शादी हो चुकी है। राजेश ने पिछले साल ही गांव के अपने छोटे से घर की मरम्मत करवाई थी। वे आखिरी बार फरवरी में घर आए थे। परिवार वालों को क्या पता था कि उनका लाड़ला आखिरी बार घर आया है, वे अब उसे कभी नहीं देख सकेंगे।
बता दें कि 3 मई को हंदवाड़ा में हुई मुठभेड़ में नायक राजेश कुमार (Nayak Rajesh Kumar) के अलावा कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद और लांस नायक दिनेश भी शहीद हो गए। मुठभेड़ में जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपनिरीक्षक शकील काजी भी शहीद हुए हैं। गौरतलब है कि उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में हंदवाड़ा के चांजमुल्ला इलाके में 2 मई को एक मकान में छिपे आतंकवादियों ने कुछ नागरिकों को बंधक बना लिया था। इन बंधकों को बचाने में हमारे 5 जवान शहीद हो गए।