Hindi News (हिंदी समाचार), News in Hindi, Latest News In Hindi

यूं ही नहीं बन जाता हर कोई सैनिक, कड़ी मेहनत के दम पर हासिल होता है फौलादी शरीर

जवानों को रहना होता है पूरी तरह से फिट।

Indian Army Workout: सेना के अधिकारियों और जवानों का शारीरिक और मानसिक तौर पर पूरी तरह फिट होना जरूरी माना जाता है। हफ्ते में दो दिन जवानों को 10 किलोमीटर दौड़ लगाने का निर्देश रहता है।

भारतीय सैनिक अपनी मेहनत और फुर्ती के लिए जाने जाते हैं। जवान खुद को फिट रखने के लिए कड़ी कसरत करते हैं। दुश्मनों से लोहा लेने के लिए सबसे जरूरी होता है दिमागी और शारीरिक तौर पर फिट रहना।

हर जवान की दिनचर्या में कसरत जरूर शामिल होती है। सैनिक अपने व्यायाम (Indian Army Workout) के दौरान सामान से भरे बैग, रेत से भरे बैग, हथियारों से भरे बैग उठाते हैं, जिससे उनके रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है और वे ज्यादा उम्र तक फिट भी रहते हैं।

UP: कासगंज में शहीद सिपाही देवेंद्र के घर पसरा मातम, 3 साल की बेटी पूछ रही- पापा कब आएंगे?

सैनिक कई किलोमीटर की दौड़ लगाते हैं ताकि विपरीत परिस्थितियों में कम से कम समय में लक्ष्य तक पहुंचा जा सके। भारतीय सेना के अधिकारियों और जवानों का शारीरिक और मानसिक तौर पर पूरी तरह फिट होना जरूरी माना जाता है। हफ्ते में दो दिन जवानों को 10 किलोमीटर दौड़ लगाने का निर्देश रहता है।

ज्यादातर जवान 5 किलोमीटर की दौड़ लगाते हैं। दौड़ के अलावा अन्य सभी प्रकार की कार्डिक एक्सरसाइज भी की जाती है। जवान जिम में वर्कआउट (Indian Army Workout) भी करते हैं। इस दौरान छाती, हाथों और टांग आदि का व्यायाम किया जाता है। यही वजह है कि भारतीय जवानों की फिटनेस की तारीफ हर कोई करता है।

ये भी देखें-

एक जवान बिना थके कई भारी भरकम काम चुटकियों में निपटा लेते हैं। जवानों को ट्रेनिंग के दौरान तो और कड़ी कसरत से जवानों को गुजरना पड़ता है। शायद इसलिए ही कहा जाता है कि हर कोई सैनिक आसानी से नहीं बन सकता।