Air Force

Indian Army: थर्ड डिग्री बेहद ही खतरनाक होता है। इसके जरिए आतंकियों को बुरी तरह से मारा-पीटा जाता है और अलग-अलग तरह से दर्द दिए जाते हैं।

Indian Army Diet: लंबी यात्रा के दौरान जवानों के पास स्पेशल तरह की डाइट होती है जिसे सत्तू की लिट्टी कहते हैं। सत्तू की लिट्टी के बेहद ज्यादा फायदे होते हैं।

27 जून को वायु सेना स्टेशन (Air Force Station)  पर किए गए हमले में प्रयुक्त आईडी में ‘निश्चित तौर' पर पाक सेना की विशेषज्ञता का इस्तेमाल किया गया है।

जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि पुलिस ने इस हमले की आड़ में किए गए एक बड़े आतंकी हमले को नाकाम कर दिया है।

एयर मार्शल माथुर ने ट्रेनिंग से संबंधित सभी महत्वपूर्ण इलाकों का दौरा किया, एएफएसी जवानों के साथ बातचीत की और ट्रेनिंग में उत्कृष्टता की खोज की दिशा में निरंतर प्रयासों के लिए कर्मचारियों की सराहना की।

इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि जिले में करीब 20 हजार रिटायर्ड जवान मौजूद हैं। 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान तो इस जिले का योगदान भुलाया नहीं जा सकता।

बजट, सक्रिय व असक्रिय सैन्य कर्मियों की संख्या, वायु, समुद्री, जमीनी और परमाणु संसाधन, औसत वेतन और उपकरणों की संख्या समेत कई तथ्यों पर विचार करने के बाद ‘सेना की ताकत सूचकांक’ तैयार किया गया है।

सैनिकों को हेलमेट पहनना होता है जो कि बेहद अहम होता है। सीमा पर तैनाती के दौरान सिर पर किसी तरह की चोट न लगे सके और दुश्मन की गोलियों से बचा जा सके।

भारतीय सेना (Indian Army) के जवान दुश्मनों के नेस्तनाबूद करने के लिए किसी भी चुनौती का सामना करने को तैयार रहते हैं। सरहद पर दुश्मनों पर पैनी नजर रखी जाती है। किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए मुस्तैदी से नजर रखना महत्वपूर्ण होता है।

Indian Army: भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल का भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को भगा-भगाकर मारा था। 

देश की रक्षा के लिए भारतीय सेना (Indian Army) के जवान किसी भी हद तक गुजरने के लिए तैयार रहते हैं। ऐसे कई मौके आए हैं जब हमारे जवानों ने जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा की है।

भारतीय सेना (Indian Army) में शामिल होकर देश की रक्षा करने का अपना ही गौरव है। भारतीय युवा आर्मी में शामिल होकर अपना करियर तो बनाते ही हैं, साथ ही साथ देश की हर तरह के खतरों से रक्षा भी करते हैं।

भारतीय सेना (Indian Army) के जवान दिन रात सरहद पर ड्यूटी करते हैं ताकि हम भारतवासी सुकून की नींद ले सकें। एक जवान अपने परिवार से दूर रहकर हमें सुरक्षा प्रदान करता है। ऐसे में सरकार द्वारा जवानों का भी पूरा ख्याल रखा जाता है।

भारतीय सैनिक अपनी मेहनत और फुर्ती के लिए जाने जाते हैं। जवान खुद को फिट रखने के लिए कड़ी कसरत करते हैं। दुश्मनों से लोहा लेने के लिए सबसे जरूरी होता है दिमागी और शारीरिक तौर पर फिट रहना।

भारतीय सेना (Indian Army ) के जवान बलिदान और शौर्य के लिए विख्यात हैं। भारतीय जवानों ने कई मौकों पर इस बात को साबित भी किया है। सेना के पास दुनिया के बेहतरीन हथियार हैं और जवान तो बलिदान और शौर्य के लिए ही विख्यात हैं।

किस तरह से चौकसी की जाए या हमला किया जाए यह बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि पहाड़ी क्षेत्रों काफी दुर्गम, बर्फीले और फिसलन भरे भी होते हैं।

एक तरह सेना में दाखिल होने का सबसे पहला नियम और शर्त ही अनुशासन है। कहा जाता है कि जो अनुशासन में नहीं रह सकता वो सेना में भी नहीं रह सकता।

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