Kargil War: हमला पैदल सैन्य टुकड़ी के साथ पैटन टैंक के साथ किया गया था। कश्मीर के चार ऊंचाई वाले इलाके पीरपंजाल, गुलमर्ग, उरी और बारामूला पर कब्जे के लिए पाक ने इस ऑपरेशन को चलाया था।
भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को बुरी तरह से हराया था। पाकिस्तानी सेना भारत को कमजोर समझ रही थी लेकिन भारतीय सैनिक भारी पड़े थे।
पाकिस्तान ने एलओसी पर धोखे से कारिगल के महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया। भारत शांति के साथ इस मसले को हल करना चाहता था लेकिन पाकिस्तान नहीं। इस युद्ध की शुरुआत होने के मुख्य वजहों में से एक पाकिस्तान द्वारा कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में ‘ऑपरेशन जिब्राल्टर’ का चलाया जाना था।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कश्मीर हड़पने के लिए ऑपरेशन जिब्राल्टर की साजिश रची थी। दुश्मनों ने 8 सितंबर 1965 को खेमकरण सेक्टर के उसल उताड़ गांव पर धावा बोल दिया था।
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ये हमला पैदल सैन्य टुकड़ी के साथ पैटन टैंक के साथ किया गया था। कश्मीर के चार ऊंचाई वाले इलाके पीरपंजाल, गुलमर्ग, उरी और बारामूला पर कब्जे के लिए पाक ने इस ऑपरेशन को चलाया था।
इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान ने कश्मीरी जनता की तरह दिखने वाले घुपैठियों और पाकिस्तानी सैनिकों का इस्तेमाल किया था। पाकिस्तानी ने भेष बदलवाकर सैनिकों को हमारी सरजमीं पर भेजा था।
पाकिस्तान ने अपने प्लान के मुताबिक करीब 3 हजार सैनिकों को कश्मीर में दाखिल कर दिया था। इन सैनिकों ने पुंछ में तैनात ब्रिगेड पर हमला बोल दिया था। लेकिन भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान की इस चाल को पूरी तरह से नेस्तनाबूद कर दिया था। पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने अलग-अलग ऑपरेशन लॉन्च किए जिसमें पाकिस्तानी सैनिक लगातार ढेर होते गए।