नुनूचंद महतो (Nunuchand Mahato) ने कभी सोचा नहीं होगा कि एक दिन वह खूनी खेल रचकर दहशत का दूसरा नाम बन जाएगा, लेकिन कब क्या होगा, ये तो भविष्य के गर्त में ही छिपा होता है। खोखरा थाना क्षेत्र के भेलवाडीह गांव के निवासी नुनूचंद महतो (Nunuchand Mahato) ने जब नक्सल क्षेत्र में प्रवेश किया, तब उसकी उम्र 35 साल थी।