मामला दंतेवाड़ा जिले के गढ़मिरी गांव का है। यहां मंगली नाम की महिला का बेटा बामन (Naxali Baman) 15 साल की उम्र में नक्सली (Naxalisam) संगठन में शामिल हो गया था। वह कटेकल्याण एरिया कमेटी के बड़े नक्सली नेताओं के साथ काम करता था। इस बीच बामन की मां अपने बेटे को हमेशा वापस लौटने के लिए कहती थी। इस बात का असर ये हुआ कि 15 साल की उम्र में नक्सली संगठन में भर्ती हुआ बामन 20 साल की उम्र में वापस लौट आया और उसने हथियार डाल दिए।