झारखंड में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ लगातार अभियान जारी है। इसका असर ये हुआ है कि कई नक्सली मारे गए हैं और कई ने सरेंडर किया है। बीते कुछ सालों में सरेंडर करने वाले नक्सलियों (Naxalites) की संख्या बढ़ी है। हालही में गिरिडीह पुलिस के सामने 5 लाख के इनामी नुनूचंद महतो ने सरेंडर किया था।
भारत और पाकिस्तान के बीच कब-कब युद्ध हुआ? सेना ने हर बार किया नेस्तनाबूद