टेरर फंडिंग मामले (Terror funding case) में NIA ने 5 लोगों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की है। शुक्रवार को जिन लोगों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की गई है, उनमें दिनेश गोप की दोनों पत्नी शकुंतला देवी, हीरा देवी, जयप्रकाश सिंह भुईयां, अमित जायसवाल और फुलेश्वर गोप शामिल हैं।
टेरर फंडिंग केस में एनआइए (NIA) अबतक 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, इस मामले में अबतक दिनेश गोप की तलाश पुलिस को है। दिनेश गोप को एनआइए ने फरार घोषित किया है। इस मामले की जांच जारी है।
मिली जानकारी के मुताबिक, फुलेश्वर गोप ने पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के साथ सांठगांठ कर मेसर्स शक्ति समृद्धि इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी खोली थी। इस कंपनी में वह दिनेश गोप की पहली पत्नी हीरा देवी का पार्टनर है। एनआइए के मुताबिक, पीएलएफआइ की लेवी के पैसों का इस कंपनी के खाते में निवेश किया जाता था।
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इस कंपनी के जरिए संपत्ति में पीएलएफआइ के पैसों का निवेश होता था. कंपनी से हुई आय का इस्तेमाल उग्रवादी गतिविधियों में होने की बात भी सामने आयी है। नोटबंदी के बाद दिनेश गोप ने लेवी के 25.38 लाख रुपये एसबीआइ बेड़ो शाखा में एक पेट्रोल पंप संचालक के जरिए जमा करवाने की कोशिश की थी।
तब पेट्रोल पंप संचालक समेत चार लोगों को रांची पुलिस ने 10 नवंबर 2016 को गिरफ्तार किया था। इस मामले में एनआइए ने 19 जनवरी 2018 को केस टेकओवर किया था। एनआइए ने छापेमारी कर दिनेश गोप के सहयोगी सुमंत कुमार समेत अन्य के ठिकानों से 90 लाख नकदी व निवेश संबंधी कागजात बरामद किये थे।
एनआइए ने जांच के क्रम में दिनेश गोप की पत्नियों हीरा देवी व शकुंतला कुमारी को गिरफ्तार किया था। 2 मार्च को एनआइए ने दिनेश गोप के खास सहयोगी जयप्रकाश सिंह भुइयां और अमित देशवाल को गिरफ्तार किया था। इसके बाद 14 जुलाई को फुलेश्वर गोप को गिरफ्तार किया था। पीएलएफआइ के पैसों के कंपनियों में निवेश के मामले में गुजरात के एक व्यवसायी को भी एनआइए ने गिरफ्तार किया था।
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