चीन (China) के हालिया मिसाइल परीक्षण के जवाब में अमेरिकी सेना ने भी परमाणु मिसाइल मिनटमैन का टेस्ट किया है। ये वॉशिंगटन से पेइचिंग तक मार करने वाली परमाणु मिसाइल है।
कोरोना फैलाने के बाद चीन (China)अब दूसरे देशों की जमीन पर दावा ठोकने की वजह से चर्चा में है। वह लगातार किसी ना किसी बात पर भिड़ने की कोशिश कर रहा है। लद्दाख में भारत के साथ उसका पहले से ही विवाद चल रहा है, वहीं वह अमेरिका को भी अप्रत्यक्ष रूप से आंख दिखाने की कोशिश करता है।
ऐसे में अमेरिका चीन को सबक सिखाने की तैयारी कर रहा है। अमेरिका पहले ही चीन से चिढ़ा बैठा है क्योंकि चीन के द्वारा फैलाए गए कोरोना का असर अमेरिका पर बहुत ज्यादा पड़ा है। अमेरिका में काफी संख्या में लोगों की मौत हुई है और उसकी इकोनॉमी पर भी असर पड़ा है।
चीन के हालिया मिसाइल परीक्षण के जवाब में अमेरिकी सेना ने भी परमाणु मिसाइल मिनटमैन का टेस्ट किया है। ये वॉशिंगटन से पेइचिंग तक मार करने वाली परमाणु मिसाइल है।
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इस मिसाइल से अमेरिका चाहें, तो चीन को उसकी औकात दिखा सकता है। ये अमेरिका का वो हथियार है जो लड़ाई का रुख बदलने का माद्दा रखता है।
अब तक अमेरिका में मिनटमैन मिसाइल के 3 वर्जन सामने आ चुके हैं। पहला मिनटमैन 1962 में, दूसरा 1965 में और तीसरा 1970 में सामने आया था।
इस मिसाइल की ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अमेरिका ने इस मिसाइल को डी कमीशन नहीं किया है। यह एक महाद्वीप से ही दूसरे महाद्वीप पर अपने टारगेट को भेदने की क्षमता रखती है।
इस मिसाइल की लंबाई 18.2 मीटर और व्यास 1.85 मीटर है। ये 300 किलोटन तक न्यूक्लियर वॉरहेड को ले जाने में सक्षम है।
आप इसकी ताकत का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि हिरोशिमा पर जब अमेरिका ने बम गिराया था तो उसका वजन 15 किलोटन था, अब अगर 300 किलोटन किसी देश पर गिरा तो उसका क्या हाल होगा, इसकी केवल कल्पना ही की जा सकती है।
इसके अलावा इसकी एक और खासियत है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अगर इसका वजन कम कर दें तो इसकी मारक क्षमता भी 13 हजार किलोमीटर हो जाती है।
बता दें कि 27 अगस्त को चीन ने 4 मिसाइलों का टेस्ट किया था, कहा जा रहा है कि अमेरिका ने उसके जवाब में ये परीक्षण किया है।
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