सेना के अधिकारियों ने बताया कि शहीद वीरेंद्र कुमार (Virendra Kumar) की शहादत की खबर 17 अप्रैल को उनके परिजनों को दी गई। इसके बाद देर शाम शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा, जहां उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
मेरठ: देश के जवान मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने से भी नहीं चूकते। इस बीच खबर मिली है कि यूपी के मेरठ के निवासी सूबेदार वीरेंद्र कुमार सियाचिन में शहीद हो गए।
मिली जानकारी के मुताबिक, 14 अप्रैल की सुबह उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई थी। इसके बाद उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उनका निधन हो गया।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि शहीद वीरेंद्र कुमार (Virendra Kumar) की शहादत की खबर 17 अप्रैल को उनके परिजनों को दी गई। इसके बाद देर शाम शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा, जहां उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बता दें कि वीरेंद्र कुमार सूबेदार 143 मध्यम तोपखाना में तैनात थे। वह मेरठ के सरस्वती विहार रोहटा रोड के निवासी थे। उनकी तैनाती बीते 7 महीने से सियाचिन में थी।
शहीद वीरेंद्र कुमार का मूल रूप से गांव भदौरा में था। वह 23 साल से सेना में थे। उनके परिवार में पत्नी रीना शर्मा और 3 बच्चे हैं। उनकी बड़ी बेटी की उम्र 14 साल है। दूसरी बेटी 7 साल और एक बेटा है। शहीद वीरेंद्र के भाई भी सेना में है। देर शाम राजकीय सम्मान के साथ सूबेदार वीरेंद्र कुमार को मुखाग्नि दी गई।