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घाटी में आतंकी घुसपैठ के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहा पाक, FATF की नजरों से बचने के लिए चली ये चाल

सांकेतिक तस्वीर

जम्मू-कश्मीर घाटी में अपने मंसूबों में नाकामयाब पाकिस्तान की सेना और आईएसआई अब अल–बदर जैसे पुराने आतंकी संगठन को घाटी में खड़ा करने में जुटा है। कश्मीर और पीओके में खत्म हो चुके अल–बदर को पाकिस्तान की एजेंसियां फंडिंग करके फिर से पाल–पोस रही हैं और आतंकवादियों (Militants) को कश्मीर भेज रहा है।

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खुफिया सूत्रों के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैय्यबा और हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी संगठनों के कारनामो की पूरी फेहरिस्त भारतीय एजेंसियों ने एफएटीएफ (FATF) को दी है। इसके चलते पाकिस्तान की दुनियाभर में किरकिरी भी हो चुकी है। यही वजह है कि पाक पुराने आतंकी संगठन अल–बदर को फंडिग कर रही है।

खुफिया सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना की मदद से अल–बदर के आतंकवादी इन दिनों दो जगहों पर आतंक की ट्रेनिंग ले रहे हैं। पहली जगह पाक–अफगान बॉर्डर है‚ जहां तालिबान आतंकवादियों (Militants) के साथ जैश के आतंकवादियों (Militants) को आईएसआई ने ट्रेनिंग दिलवाया है। अब यहां के आतंकी कैम्प में अल–बदर के फिदायीन ट्रेनिग ले रहे हैं। दूसरी जगह है पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा। यहां पर भी अल–बदर के करीब 70-80 आतंकियो को ट्रेनिंग दी गई है।

खुफिया सूत्रों के मुताबिक‚ पीओके के लॉन्च पैड‚ अठमुगम‚ बरोह और ढोक‚ चनानिया और चौकी समानी पर अल–बदर के आतंकवादियों (Militants) को घुसपैठ के लिए कंक्रीट बंकर में रखा गया है। यहां से ये आतंकवादी भारत में घुसपैठ की फिराक में है। जिसे देखते हुये भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर है।

ISI दे रही आतंकवादियों (Militants) को ट्रेनिंग

अल-बदर के इन आतंकवादियों (Militants) को हथियार चलाने‚ जीपीएस ट्रैकिंग और मैप रीडिंग की भी ट्रेनिंग आईएसआई के द्वारा दी गई है। खैबर पख्तूनख्वा के अल-बदर ट्रेनिंग कैम्प में आतंकवादियों (Militants) को एके कैटेगरी की गन‚ पीआईकेए‚ एलएमजी‚ रॉकेट लॉंचर‚ यूबीजीएल और हैंड ग्रेनेड चलाने की ट्रेनिंग दी गई है। यही नहीं अल बदर के आतंकवादियों (Militants) को यहां पर फॉरेस्ट सरवाइवल‚ गोरिल्ला युद्ध‚ फॉरेस्ट वॉरफेयर‚ कॉम्युनिकेशन‚ इंटरनेट और जीपीएस मैप की भी ट्रेनिंग दी गई है।

सूत्रों के अनुसार‚ एफएटीएफ (FATF) के एक्शन से बचने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी घाटी में अल–बदर को खड़ा करने के लिए फंडिग करने में लगा है। मानसेहरा और खैबर पख्तूनख्वा के दर्जनभर जगहों पर आईएसआई की मदद से अल–बदर के नाम पर पैसा जुटाने के लिए पम्फ्लेट बांटे गए हैं। यही नहीं‚ पाकिस्तान इन दिनों अल बदर के साथ–साथ दबे कुचले पड़े आतंकी संगठनों को भी फंडिग कर रहा है। लश्कर–ए–झांगवी‚ जैश–उल–अदल‚ हरहत–उल–मुजाहिदीन‚ अल–उमर–मुजाहिदीन‚ तहरीक–उल–मुजाहिदीन को भी कश्मीर में आतंक के लिए फंडिंग की जा रही है।