दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के नए स्वरूप ‘ओमीक्रॉन (Omicron)’ का पता चलने और कई स्थानों पर संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दक्षिणपूर्वी एशिया क्षेत्र के देशों से शनिवार को कहा कि वे सतर्कता बढ़ाएं और जन स्वास्थ्य सेवा एवं सामाजिक उपायों को मजबूत करें।
बिहार: औरंगाबाद पुलिस ने मोस्टवांटेड नक्सली को धर दबोचा, बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था नक्सली धर्मेंद्र
उधर‚ कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए स्वरूप के सामने आने के बाद दुनिया के कई देशों ने उस क्षेत्र से आने वालों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इनमें अमेरिका‚ कनाडा‚ रूस जैसे कई देश शामिल हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि उत्सवों और समारोहों में सभी एहतियाती उपाय किये जाने चाहिए और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचना चाहिए। दक्षिण–पूर्व एशिया क्षेत्र के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने बताया कि हमें किसी भी कीमत पर सतर्कता कम नहीं करनी है। क्योंकि हमारे क्षेत्र के अधिकतर देशों में कोविड–19 के मामलों में कमी आई है‚ लेकिन दुनिया के अन्य देशों में मामलों में बढ़ोतरी हुई है और नए चिंताजनक स्वरूप की पुष्टि लगातार बने हुए जोखिम की याद दिलाती है और वायरस (Coronavirus) से बचाव करने और इसे फैलने से रोकने के लिए हमें हमारे सर्वश्रेष्ठ प्रयास जारी रखने की आवश्यकता है।
डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह के अनुसार, देशों को सतर्कता बढ़ानी चाहिए। उन्होंने कहा कि संक्रमण को रोकने के लिए व्यापक और आवश्यता के अनुरूप सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं और सामाजिक उपाय जारी रखने चाहिए। इसके अलावा सुरक्षात्मक कदम जितने जल्दी लागू किए जाएंगे‚ देशों को उतने ही कम प्रतिबंधात्मक कदम उठाने पड़ेंगे।
डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह के मुताबिक, कोविड–19 जितना फैलेगा‚ वायरस (Coronavirus) को उतना ही स्वरूप बदलने का अवसर मिलेगा और वैश्विक महामारी उतनी ही अधिक देर तक रहेगी। ऐसे में लोगों को जो सबसे महत्वपूर्ण कदम उठाना चाहिए‚ वह है– वायरस के संपर्क में आने के जोखिम को कम करना।