CoronaVirus cases

दिल्ली और एनसीआर के कम से कम 19 फीसदी लोगों ने सर्वे में बताया कि उनके करीबी नेटवर्क के एक या एक से अधिक व्यक्ति पिछले 15 दिन में कोविड की चपेट में आए हैं।

अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस के मुख्य चिकित्सा सलाहकार फौसी के मुताबिक, उन्हें मामलों में बढ़ोतरी की उम्मीद की है लेकिन यह जरूरी नहीं है कि दूसरे वैरिएंट की तरह ही इसकी वजह से बड़े पैमाने पर मामलों में उछाल आये।

ते 24 घंटों में लोगों को 76 लाख से ज्यादा वैक्सीन खुराक देने के साथ, भारत का कोरोना वैक्सीनेशन कवरेज बुधवार सुबह तक 158.88 करोड़ तक पहुंच गया है।

डॉ कुप्पल्ली के अनुसार, ‘डेल्टाक्रोन वास्तविक नहीं है और शायद डेल्टा वैरियेंट के साथ सीक्वेंसिंग आर्टिफैक्ट का नतीजा है। उन्होंने टिप्पणी करते हुये कहा कि संक्रामक रोगों के नाम सेलिब्रिटी कपल की तरह मर्ज नहीं कीजिये।  

दिल्ली में 10 हजार के करीब नए मामले आ सकते हैं और संक्रमण दर 10 फीसदी तक पहुंच सकती है। ऐसे में ये कहा जा सकता है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में तीसरी लहर शुरू हो चुकी है।

अब तक 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों- महाराष्ट्र (54), दिल्ली (22), राजस्थान (17), कर्नाटक (14), तेलंगाना (20), केरल (11), गुजरात (9), आंध्र प्रदेश (1), चंडीगढ़ (1), तमिलनाडु (1) और पश्चिम बंगाल (1) में ओमिक्रॉन (Omicron) के मरीजों का पता चला है।

कर्नाटक, महाराष्ट्र के बाद अब राजस्थान और दिल्ली में भी ओमिक्रॉन के मामले सामने आये हैं। राजस्थान में 9 मामले‚ महाराष्ट्र में 7 नए मामलों और दिल्ली में 1 मामले की पुष्टि के बाद देश में इससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है।

ओमीक्रॉन (Omicron Virus) के मामले सामने आने पर दहशत में आने की जरूरत नहीं है‚ बल्कि जागरूक होने की जरूरत है। कोविड से जुड़े नियमों का अनुपालन करें और भीड़ में जाने से बचें।

दुनिया के अन्य देशों में मामलों में बढ़ोतरी हुई है और नए चिंताजनक स्वरूप की पुष्टि लगातार बने हुए जोखिम की याद दिलाती है और वायरस (Coronavirus) से बचाव करने और इसे फैलने से रोकने के लिए हमें हमारे सर्वश्रेष्ठ प्रयास जारी रखने की आवश्यकता है।

इस गाइडलाइंस में कहा गया है कि आरटी–पीसीआर या अन्य किसी परीक्षण के जरिए कोरोना (Coronavirus) का पता लगने के 30 दिन के अंदर हुई मौत को कोरोना से मृत्यु माना जाएगा।

डेल्टा स्वरूप (Delta Variant) मानव कोशिका पर हमला करने के बाद यह वायरस तेजी से खुद को दोहराता है। इससे फेफड़े जैसे अंगों में सूजन आ जाती है।

महामारी शुरू होने के बाद से करीब 1000 से ज्यादा इंडोनेशियाई स्वास्थ्यकर्मी वायरस से मर चुके हैं, देश के चिकित्सा संघ ने पुष्टि की कि पीड़ितों में 401 डॉक्टर थे, जिनमें से 14 को पूरी तरह से टीका लगाया गया था।

कोरोना (Coronavirus) से पीड़ित महिला के परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल ने उनसे सरकार के इलाज के तय रेट से 20 गुना ज्यादा पैसे वसूले और एक दिन का 3.7 लाख रुपए लिए।

दिल्ली सरकार के वरिष्ठ वकील राहुल मेहरा ने केंद्र से आग्रह किया है कि अगर सेना (Indian Army) 10 हजार बेड के साथ कोरोना रोगियों के लिए चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाए तो वह आभारी होगी।

डॉ. सुरेश कुमार के मुताबिक, जितना जल्दी संभव हो 45 साल के उपर से सभी लोग कोरोना (Coronavirus) की वैक्सीन लगावा लें और घर से बिल्कुल न निकलें। ऐसा करके वे अपने और अपने परिवार की जान बचा सकते हैं।

यह भी पढ़ें