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मोस्ट वॉन्टेड आतंकी सिराजुद्दीन हक्कानी बना तालिबान का गृह मंत्री, अमेरिका ने रखा है 5 मिलियन डॉलर का इनाम

Sirajuddin Haqqani (File Photo)

दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठनों में से एक हक्कानी नेटवर्क का सरगना सिराजुद्दीन हक्कानी (Sirajuddin Haqqani) को अफगानिस्तान का गृह मंत्री बनाया गया है।

तालिबान (Taliban) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जा करने के बाद वहां सरकार बना ली है। इस नई तालिबान सरकार में अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र में प्रतिबंधित आतंकी हसन अखुंद को अफगानिस्तान का नया कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया गया है। जबकि, इस पद के लिए पिछले 20 दिनों से चर्चा में सबसे आगे रहे मुल्ला अब्दुल गनी बरादर को एक अन्य नेता के साथ उप प्रधानमंत्री बनाया गया है।

लेकिन तालिबान की नई कैबिनेट में सबसे चौंकाने वाले दो नाम भी शामिल हैं। इसमें मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला याकूब को रक्षा मंत्री बनाया गया है। वहीं, दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठनों में से एक हक्कानी नेटवर्क का सरगना सिराजुद्दीन हक्कानी (Sirajuddin Haqqani) को अफगानिस्तान का आंतरिक मंत्री (गृह मंत्री) बनाया गया है।

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यह पद किसी दूसरे देश के गृह मंत्री के बराबर माना जाता है। सिराजुद्दीन मुजाहिदीन कमांडर जलालुद्दीन हक्कानी का बेटा है। हक्कानी समूह पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर तालिबान की वित्तीय और सैन्य संपत्ति की देखरेख करता है। बता दें कि अमेरिका ने सिराजुद्दीन को मोस्ट वॉन्टेड घोषित कर रखा है।

सिराजुद्दीन हक्कानी (Sirajuddin Haqqani) के सिर पर अमेरिका ने 5 मिलियन डॉलर (50 लाख डॉलर) का इनाम घोषित किया है । सिराजुद्दीन एंटी-सोवियत के मुजाहिदीन कमांडर जलाउद्दीन हक्कानी का बेटा है। वह साल जनवरी, 2008 में राजधानी काबुल में हुए बम धमाके में एफबीआई का वॉन्टेड है। होटल पर हुए इस धमाके में छह लोगों की जान चली गई थी।

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इतना ही नहीं सिराजुद्दीन हक्कानी के बारे में माना जाता है कि वह साल 2008 में अफगानिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति हामिद करजई की हत्या की कोशिश करने की योजना बनाने में भी शामिल था। कई आत्मघाती हमलों में उसकी कथित संलिप्तता और अल-कायदा से उसका खास रिश्ता दुनियाभर के लिए चिंता की वजह है।

हक्कानी नेटवर्क को अफगानिस्तान में कई हाई-प्रोफाइल हमलों के लिए जिम्मेदार माना जाता है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि हक्कानी ने ही अफगानिस्तान में आत्मघाती हमलों की शुरुआत की थी। उसने तत्कालीन अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई की हत्या का प्रयास भी किया था। इसके अलावा हक्कानी नेटवर्क ने भारतीय दूतावास पर आत्मघाती हमला भी किया था।

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जानकारी के मुताबिक, सिराजुद्दीन हक्कानी करीब 40 से 50 साल का है। वह किसी खुफिया ठिकाने से अपने नेटवर्क को चलाता है। हक्कानी को अमेरिका ने वैश्विक आतंकी घोषित किया है। मुल्ला याकूब और हक्कानी नेटवर्क के सरगना सिराजुद्दीन हक्कानी के बीच रक्षा मंत्री के पद को लेकर काफी दिनों से खींचतान जारी थी। लेकिन एक समझौते के बाद याकूब को अफगानिस्तान का रक्षा मंत्री बनाया गया है।