झारखंड (Jharkhand) के पश्चिम सिंहभूम जिले के टोंटो थाना क्षेत्र के गोरूबाग पहाड़ी पर पिछले तीन दिनों से पुलिस की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ (Naxal Encounter) चल रही थी।
झारखंड (Jharkhand) के पश्चिम सिंहभूम में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन के तहत सुरक्षाबलों ने एक नक्सली (Naxalite) को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि जिले के टोंटो थाना क्षेत्र के गोरूबाग पहाड़ी पर पिछले तीन दिनों से पुलिस की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ (Naxal Encounter) चल रही थी।
मुठभेड़ के बाद बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। इस दौरान जवानों ने एक नक्सली (Naxali) को गिरफ्तार कर लिया गया। इस बाबत जानकारी देते हुए एसपी अजय लिंडा ने बताया कि पुलिस बल ने मुठभेड़ के दौरान ही टोंटो के रेंगड़ा का माओवादी आबील कोड़ा को गिरफ्तार कर लिया है।
UN में कश्मीर का मुद्दा उठाने पर भारत ने पाकिस्तान को फिर लताड़ा, कही ये बात
गिरफ्तार नक्सली आबील का कहना है कि वह अजय उर्फ बुधरान और मोछू दस्ते से जुड़ा है। 9 जून को हुई मुठभेड़ (Naxal Encounter) में वह दस्ते के साथ था और निगरानी का काम कर रहा था। अब ऑपरेशन के दौरान ये जरूरी गिरफ्तारी तो हुई ही, इसके अलावा नक्सलियों द्वारा इस्तेमाल में लाई जा रहीं कईं दैनिक सामाग्री को भी जब्त किया गया। इस लिस्ट में 9 मोबाइल फोन, 6 काला पिट्ठू, 2 काला डांगरी, 20 मीटर के दो काला प्लास्टिक, 8 छाते बरामद किए गए।
जानकारी मिली है कि इस ऑपरेशन में सीआरपीएफ (CRPF) 174वीं बटालियन, सीआरपीएफ 60वीं बटालियन, सीआरपीएफ 197 बटालियन, सीआरपीएफ 157वीं बटालियन, झारखंड गजुआर, 209वीं कोबरा बटालियन ने सक्रिय भूमिका निभाई। इस सयुंक्त कार्रवाई की वजह से ही पुलिस के हत्थे एक नक्सली (Naxalite) चढ़ पाया और अब उससे पूछताछ की जा रही है।
Corona Updates: बीते 24 घंटे में आए 84,332 नए केस, 70 दिनों बाद नए संक्रमितों का आंकड़ा सबसे कम
बता दें कि नक्सलियों (Naxalites) ने 9 जून को पुलिस बल पर हमला किया था। उनकी तरफ से भारी गोलीबारी की गई थी। उसके बाद पुलिस की तरफ से एक्शन लिया गया और जवानों ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया।
ये भी देखें-
जब पुलिस बल उन नक्सलियों पर भारी पड़ने लगे, तब उन्हें वहां से भागना पड़ा जिसके बाद सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ और एक नक्सली (Naxalite) गिरफ्तार कर लिया गया। इस क्षेत्र में इससे पहले भी नक्सलियों द्वारा ऐसे हमले किए गए हैं, लेकिन हर बार पुलिस एक्शन के आगे वो कमजोर साबित होते हैं और फिर भाग खड़े होते हैं।