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झारखंड: पीएलएफआई (PLFI) के एरिया कमांडर सहित 13 नक्सली गिरफ्तार

सांकेतिक तस्वीर।

पीएलएफआई (PLFI) कमांडर अखिलेश गोप अपने सहयोगियों संग हुआ गिरफ्तार।

विधानसभा चुनाव में खलल डालने का मंसूबा हुआ नेस्तनाबूद।

रांची पुलिस ने ली चैन की सांस।


रांची और आसपास इलाके में पुलिस को चुनौती देते हुए अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई (PLFI) की कमर लगभग टूट चुकी है। रांची पुलिस ने पीएलएफआई (PLFI) के कुख्यात कमांडर 1 लाख के इनामी अखिलेश गोप और उनके 12 सहयोगियों को धर दबोचा है। पकड़े गए पीएलएफआई (PLFI) सदस्य रांची के तुपुदाना, धुर्वा ,नगड़ी, रिंग रोड, खूंट, कर्रा इलाके में कई संगीन वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। इनपर हत्या, रंगदारी आगजनी, लूट जैसी कई संगीन वारदात के आरोप हैं। जानकारी के मुताबिक, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि ये नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने कि फिराक में थे और इस दौरान सड़क निर्माण कार्य के लिए लेवी वसूलने के लिए भी प्रयास कर रहे थे।

गिरफ्तार नक्सलियों में अखिलेश के अलावा धरम कुमार महतो, उत्तम महतो,बिरसा तिर्की, संग्राम तिर्की, भांकर महतो, पवन महतो, राजकुमार महतो, संदीप धान,ईशु मुंडा, अमित धान, विनोद सांगा और सोमा कच्छप शामिल हैं। पुलिस महकमे ने किसी बड़ी घटना को अंजाम देने से पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से दो पिस्टल, दो देसी कट्टा, 19 जिंदा कारतूस, 24 मोबाइल, दो स्कॉर्पियो, एक स्विफ्ट डिजायर, एक मोटरसाइकिल और पीएलएफआई (PLFI) का पर्चा बरामद हुआ है। बता दें कि भाकपा माओवादी उग्रवादी संगठन सरकारी योजनाओं में 10% लेवी वसूलते हैं वहीं पीएलएफआई (PLFI) इन संगठनों से 3 गुना ज्यादा लेवी वसूलता है। पीएलएफआई (PLFI) सरकारी संवेदकों से योजना की कुल राशि का 30% लेवी लेती है। लेवी नहीं देने वाले संवेदकों की हत्या कर दी जाती है। इस बात का खुलासा पीएलएफआई (PLFI) का एरिया कमांडर अखिलेश ने किया है।

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उसने खुलासा किया कि बिहार के नालंदा से संगठन को हथियार की सप्लाई होती है। हथियार की खरीदारी सुप्रीमो दिनेश गोप करता है। संगठन के लोग जितना भी लेवी वसूलते हैं, वह सभी दिनेश गोप के पास ही जमा होता है। सुप्रीमो दिनेश गोप चाईबासा क्षेत्र में सक्रिय रहता है। उसने पुलिस को बताया कि वह उत्तरी क्षेत्र का एरिया कमांडर है। इसके अलावा पश्चिमी क्षेत्र का कमांडर जुलूस जुगनू सांगा उर्फ विनोद सांगा है। वहीं दक्षिणी क्षेत्र का राजेश गोप और पूर्वी क्षेत्र का पुनई उरांव एरिया कमांडर है। उसने पुलिस के समक्ष संगठन के अन्य साथियों के नाम का भी खुलासा किया है।

बता दें कि एरिया कमांडर अखिलेश ने खूंटी जिले के अरमां लद्दाख स्थित प्रोजेक्ट विद्यालय से दसवीं कक्षा की परीक्षा पास की थी। खूंटी के बिरसा कॉलेज में उसने 11वीं में नामांकन कराया था। इसी दौरान वह दिनेश साहू के माध्यम से 2014 में वह पीएलएफआई (PLFI) संगठन से जुड़ गया। अखिलेश ने डुमरी और परसा गांव के लोगों की नेटवर्किंग करनी शुरू कर दी। अखिलेश ने पुलिस को बताया कि नगड़ी थाना क्षेत्र में अक्टूबर, 2018 को बाबू खान की हत्या पीएलएफआई (PLFI) संगठन के लोगों ने ही की थी। इस वारदात को अंजाम उसके अलावा पुनाराम सनी जोगेंद्र और कुमार ने मिलकर किया था।

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