झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) ने नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ मोर्चाबंदी तेज करने का फैसला किया है। डीजीपी एमपी राव ने पुलिस मुख्यालय में सभी जिलों के एसएसपी-एसपी और रेंज डीआईजी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान की समीक्षा की है। डीजीपी ने समीक्षा के दौरान जिलों में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान की जानकारी ली है।
डीजीपी एमवी राव ने कहा कि नक्सलियों के प्रयास को हम लोगों ने लगातार विफल किया है। हाल के दिनों में कई बड़ी मुठभेड़ भी हो चुकी है। उन्होंने नक्सलियों (Naxalites) से गलत काम छोड़ मुख्यधारा में लौटने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि समाज के विकास में हाथ बंटाने में उनकी बड़ी भूमिका होगी। इसलिए सरकार के प्रयास के साथ उन्हें भी जुड़ना चाहिए। डीजीपी एमवी राव ने कहा कि परिवार के साथ रहकर समाज की तरक्की संभव है। इसलिए बेहतर है कि बेहतर समाज निर्माण में हमारा साथ दें।
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नक्सलियों (Naxals) के द्वारा ग्रामीणों को चिठ्ठी लिखकर धमकाने के मामले पर डीजीपी ने कहा कुछ जगहों से मामले सामने आए हैं। पुलिस मामले को लेकर कार्रवाई कर रही है। डीजीपी ने कहा कि नेगेटिव काम करने के लिए विशेष ताकत की आवश्यकता नहीं होती है लेकिन फिर भी हम लोग मुस्तैद हैं।
चार घंटे से अधिक देर तक चली बैठक के दौरान डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी को माओवादियों के खिलाफ सटीक जानकारी जुटाकर अभियान चलाने और कारगर कार्रवाई करने का आदेश दिया। डीजीपी ने नक्सल कांडों की मॉनिटरिंग और अभियान जारी रखने का भी आदेश दिया।
आपको बता दें कि कि अभी हाल ही में ऐस खबरें सामने आई थी जिसमें कहा जा रहा था कि नक्सलियों (Naxals) ने चाईबासा के कुछ इलाकों में पर्चे फेंके हैं और गांव के युवक-युवतियों को संगठन में शामिल होने के लिए कहा है। इतना ही नहीं नक्सलियों ने ऐसा ना करने पर उन्हें अंजाम भुगतने की चुनौती भी दी है। इसके अलावा यह भी खबर सामने आई थी कि गंभीर आर्थिक