झारखंड के खूंटी जिले के सायको थानांतर्गत एटकेडीह में 16 दिसंबर की रात नक्सलियों (Naxals) ने नवनिर्मित सामुदायिक भवन सह प्रशिक्षण केंद्र को बम से उड़ाने का प्रयास किया। बम विस्फोट में भवन की दीवारें दरक गईं और खिड़की-दरवाजे उखड़ गए। यह गांव भगवान बिरसा मुंडा के निकट सहयोगी रहे शहीद गया मुंडा का पैतृक गांव है।
17 दिसंबर को घटना की जानकारी मिलने पर खूंटी डीएसपी आशीष कुमार महली सशस्त्र पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने पूरे क्षेत्र का मुआयना किया और आसपास के क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया। जानकारी के मुताबिक, 16 दिसंबर की रात करीब एक बजे यह विस्फोट हुआ। विस्फोट होने से सामुदायिक भवन के खिड़की दरवाजे उखड़ गए, दीवारों में दरार पड़ गई और छत को भी नुकसान पहुंचा। एसडीपीओ आशीष कुमार के मुताबिक, इस घटना में दो डायनामाइट का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि विस्फोटक कम पावर का रहा होगा शायद इसीलिए भवन पूरी तरह ध्वस्त नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि मामले की तहकीकात की जा रही है। नक्सली (Naxals) घटना होने की संभावना कम नजर आ रही है, क्योंकि मौके पर कोई पोस्टर, बैनर या पर्चा आदि नहीं मिला है। आम तौर पर ऐसी घटना को अंजाम देने के बाद नक्सली (Naxals) पोस्टर पर्चा छोड़कर घटना की जिम्मेदारी लेते हैं। संभावना है कि अवांछित तत्वों ने दहशत फैलाने के लिए घटना को अंजाम दिया है। पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर सच्चाई का पता लगाने का प्रयास कर रही है। उधर, स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि वे लोग गांव में माघे पर्व मना रहे थे।
इस दौरान गांव के अखड़ा में देर रात तक नाच-गान हो रहा था। इसी दौरान रात लगभग एक बजे सामुदायिक भवन में विस्फोट की आवाज सुनाई दी। आवाज सुनकर सभी ग्रामीण भयभीत हो गए और अपने-अपने घर चले गए। बता दें कि शहीद आदर्श ग्राम विकास योजना के तहत इस सामुदायिक भवन सह प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण 35 लाख रुपये की लागत से किया गया था। भवन बनकर तैयार हो गया था, लेकिन अभी इसका उद्घाटन नहीं हुआ था। उद्घाटन से पहले ही बम विस्फोट कर इसे क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
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