नक्सलियों (Naxalites) ने जंगलों और झाड़ियों में अपने कैंपों के आस-पास के घरों में आइसोलेशन सेंटर बनाए हैं। इन सेंटरों में नक्सलियों ने दवाओं और बाकी संसाधनों का इंतजाम किया है।
रांची: झारखंड में कोरोना लगातार कहर बरपा रहा है। ऐसे में नक्सली (Naxalites) संगठन भी इस महामारी की चपेट में हैं और इससे बचने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।
मिली खबर के मुताबिक, नक्सलियों (Naxalites) ने जंगलों और झाड़ियों में अपने कैंपों के आस-पास के घरों में आइसोलेशन सेंटर बनाए हैं। इन सेंटरों में नक्सलियों ने दवाओं और बाकी संसाधनों का इंतजाम किया है।
नक्सली इस बात को बखूबी समझते हैं कि कोरोना संक्रमण होने पर उन्हें हॉस्पिटल जाना पड़ेगा और अगर वह हॉस्पिटल गए तो वह पुलिस के हत्थे चढ़ जाएंगे। यही वजह है कि नक्सली कोरोना संक्रमण से बचने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
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मिली जानकारी के मुताबिक, नक्सली अब कोरोना नियमों का कड़ाई से पालन कर रहे हैं। पहले नक्सली दस्ते एक थाली में खाना खाते थे और एक-दूसरे के कपड़े पहन लेते थे, लेकिन अब नक्सलियों ने अपना खाना, रहना और पहनना अलग कर लिया है।
इसके अलावा नक्सलियों ने सैनिटाइजर और मास्क भी मंगवा रखा है। सुरक्षाबलों को इस बात का पक्का इनपुट मिला है कि नक्सली कोरोना की वजह से अलर्ट मोड पर हैं।
खबर ये भी है कि नक्सली क्वारंटाइन के नियमों का सख्ती से पालन कर रहे हैं। नक्सलियों के जो दस्ते फील्ड में जाते हैं, उन्हें बाकियों से अलग रखा जा रहा है और क्वारंटाइन किया जा रहा है।
नक्सली, लोकल लोगों की मदद से अपनी जरूरत का सामान मंगवा रहे हैं। खबर ये भी है कि नक्सली कोरोना टेस्ट कराने से भी बच रहे हैं। क्योंकि ऐसा करने से वह रिकॉर्ड में आ जाएंगे और वह ऐसा नहीं चाहते।