झारखंड (Jharkhand) में सक्रिय अन्य नक्सली संगठनों की तुलना में सबसे अधिक पीएलएफआई (PLFI) उग्रवादी संगठन के नक्सली गिरफ्तार हुए हैं। इसके बाद भाकपा माओवादी के नक्सली गिरफ्तार हुए हैं।
झारखंड (Jharkhand) के नक्सली संगठन पीएलएफआई (PLFI) को लगातार झटका लग रहा है। यह संगठन दिन-ब-दिन कमजोर होता जा रहा है। हाल के महीनों में कई नक्सलियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। तो वहीं कई बड़े नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। बता दें कि झारखंड में कई नक्सली संगठन सक्रिय हैं। इन सभी नक्सली संगठनों के खिलाफ पुलिस लगातार अभियान चला रही है।
राज्य में सक्रिय अन्य नक्सली संगठनों की तुलना में सबसे अधिक पीएलएफआई (PLFI) उग्रवादी संगठन के नक्सली गिरफ्तार हुए हैं। इसके बाद भाकपा माओवादी के नक्सली गिरफ्तार हुए हैं।
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पिछले 19 महीनों में यानि जनवरी, 2020 से जुलाई, 2021 तक कई जिलों से नक्सली संगठनों के कुल 710 नक्सली गिरफ्तार हुए। जिनमें सबसे अधिक पीएलएफआई के 277, भाकपा माओवादी के 258, टीपीसी के 126, जेजेएमएपी के 36, जेपीसी 11 और एसजेएमएम के 2 नक्सली गिरफ्तार हुए हैं। PLFI में तो अब केवल 10 इनामी नक्सली ही बचे हैं।
PLFI के ये इनामी नक्सली बचे हैं-
दिनेश गोप सुप्रीमो- 25 लाख
मार्टिन केरकेट्टा रीजनल कमांडर- 15 लाख
तिलकेश्वर गोप जोनल कमांडर- 10 लाख
आरिफ उर्फ शशिकांत जोनल कमांडर- 10 लाख
बलराम लोहरा एरिया कमांडर- 2 लाख
नोवेल सांडी एरिया कमांडर- 2 लाख
संतोष कांडुलना एरिया कमांडर- 2 लाख
सुजीत कुमार राम एरिया कमांडर- 2 लाख
सुखराम गुड़िया-1 लाख
सैमुअल बूढ-1 लाख