मेजर दीक्षांत (Dikshant Thapa) थापा भारतीय सेना के मेकेनिकल विंग सिक्स मैक के 140 रेजीमेंट के अधिकारी थे। वह 4 साल पहले ही सेना में भर्ती हुए थे। उनकी तैनाती लेह में थी। बीते रविवार को टैंक को सिविल गाड़ी में लोड करने के दौरान हुए हादसे में उनका निधन हो गया। शहीद की अंतिम विदाई के मौके पर एसडीएम इंदौरा सोमिल गौतम, विधायक, पूर्व विधायक समेत कई प्रतिष्ठित लोग मौजूद रहे।
भदरोआ: हिमाचल प्रदेश में तहसील इंदौरा के गांव बाड़ी के रहने वाले शहीद मेजर दीक्षांत थापा (Dikshant Thapa) को अंतिम विदाई दी गई। मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर लद्दाख के लेह से पठानकोट एयरपोर्ट पर पहुंचा। इसके बाद सैनिक उनके पार्थिव शरीर को उनके घर लेकर आए।
शहीद की मां दीपा थापा ने सैल्यूट करके अपने लाल को विदा किया। पूरे गांव में लोग शहीद की याद में भावुक दिखे। छोटे भाई निशांत थापा ने उन्हें मुखाग्नि दी।
शहीद के परिजन गहरे सदमे में हैं। गांव में जैसे ही शहीद का पार्थिव शरीर आया, युवाओं ने मेजर दीक्षांत अमर रहें, भारत मां की जय के नारे लगाए।
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शहीद की अंतिम विदाई के मौके पर एसडीएम इंदौरा सोमिल गौतम, विधायक, पूर्व विधायक समेत कई प्रतिष्ठित लोग मौजूद रहे।
बता दें कि मेजर दीक्षांत थापा भारतीय सेना के मेकेनिकल विंग सिक्स मैक के 140 रेजीमेंट के अधिकारी थे। वह 4 साल पहले ही सेना में भर्ती हुए थे। उनकी तैनाती लेह में थी। बीते रविवार को टैंक को सिविल गाड़ी में लोड करने के दौरान हुए हादसे में उनका निधन हो गया।
मेजर थापा की उम्र महज 26 साल थी। अभी उनकी शादी भी नहीं हुई थी। उनके पिता भी सैनिक रहे हैं और चाचा भी सेना में हैं। मेजर थापा की इस तरह अचानक निधन की खबर से पूरे इलाके में शोक है।
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