वीडियो (Galwan Clash Video) में कहा गया है कि समझौतों का सम्मान करते हुए स्थिति को सुलझाने के लिए बातचीत का प्रयास किया गया। इसमें दोनों देशों की सेनाओं को रात के अंधेरे में भिड़ते हुए भी दिखाया गया है।
चीन (China) के सरकारी मीडिया ने गलवान की झड़प का वीडियो (Galwan Clash Video) जारी किया है। यह जून, 2020 का वीडियो है। वीडियो में दिख रहा है कि चीनी सैनिक भारतीय जवानों से उलझे हुए हैं। शेन शिवेई के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक डेढ़ मिनट का वीडियो पोस्ट किया गया है, जिसमें भारत और चीन के सैनिकों के बीच की झड़प को दिखा गया है।
हालांकि, इस वीडियो में दोनों तरफ के सैन्य अधिकारी वार्ता करते भी दिख रहे हैं। वीडियो (Galwan Clash Video) में कहा गया है कि पड़ोसी मुल्क ने कैलाश रेंज और पीएलए पर कब्जा करने के लिए चीन को पैंगोंग त्सो से पीछे हटने के लिए मजबूर किया था, जिसके कारण बॉर्डर पर तनाव बढ़ा।
इसमें आगे कहा गया है कि समझौतों का सम्मान करते हुए स्थिति को सुलझाने के लिए बातचीत का प्रयास किया गया। इस वीडियो (Galwan Clash Video) में दोनों देशों की सेनाओं को रात के अंधेरे में भिड़ते हुए भी दिखाया गया है।
पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग झील इलाके से सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। आज यानी 20 फरवरी को भारत और चीन के बीच सैन्य स्तर की 10वें दौर की वार्ता होगी।
बता दें कि चीन ने 19 फरवरी को माना है कि जून की इस झड़प में उसके 5 सैनिकों की मौत हुई। हालांकि, भारत का मानना है कि उस झड़प में 30 से ज्यादा चीनी सैनिक मारे गए थे। 15 जून की उस झड़प में भारत ने 20 जवान खोए थे। जिसको हमने साफ-साफ बता भी दिया था कि हमारे इतने जवान शहीद हुए हैं, लेकिन चीन ने इस बात को छुपाई।
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उसके बाद हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान भारतीय सेना ने इस बात को दोहराया कि चीन की सेना के भी बहुत सारे जवान मारे गए थे। सेना के नार्दर्न कमांड के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने कहा था कि गलवान घाटी में चीन के कम से कम 45 सैनिक मारे गए थे।
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जनरल जोशी ने कहा था, “चीन को लद्दाख में 9 महीने तक चले तनातनी में कुछ नहीं मिला है। चीन ने जो कुछ किया उससे उसे कुछ हासिल नहीं हुआ सिवाय इसके कि उसका नाम खराब हुआ।”