छत्तीसगढ़ राज्य में पिछले 23 दिनों में तीसरी बाद सुरक्षाबलों पर नक्सली हमला हुआ है। ताजा मामला घोर नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के भेज्जी थाने का है। जहां नक्सलियों (Naxali) ने थाने से महज आधे किमी दूरी पर दो पुलिसकर्मियों की गला रेत कर हत्या कर दी गई है। दोनों पुलिसकर्मी भज्जी थाने में ही तैनात थे।
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बताते चलें कि शहीद पुलिसकर्मी थाने से बाजार की तरफ बाइक से निकले थे कि तभी इनका रास्ता रोककर नक्सलियों (Naxali) ने इनके गले पर धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दिया और वहां से फरार हो गये। दिनदहाड़े घटी इस घटना को लेकर स्थानीय गांववाले कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
पुलिस अधिक्षक केएल ध्रुव ने इस घटना की निंदा करते हुये इसकी जांच के आदेश दे दिये है। एसपी के अनुसार, शहीद पुलिसकर्मियों के नाम पुनेम हड़मा और धनीराम कश्यप है।
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस हत्या के पीछे नक्सलियों (Naxali) की स्मॉल एक्शन टीम का हाथ है। जो अकसर पुलिस कैंपों के नजदीक छिपकर पुलिसकर्मियों पर नजर रखती हैं। लेकिन गांववालों के बीच रहने वाले ऐसे नक्सलियों की पहचान नहीं हो पाती और ये मौका देखकर पुलिसकर्मियों पर हमला बोल देते हैं।
पुलिसकर्मियों के रास्ते पर पड़े होने की जानकारी मिलने के बाद फौरन पुलिस की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची। जहां सुकमा निवासी पूनेम हड़मा और दंतेवाड़ा निवासी धनीराम कश्यम खून से लथपथ गिरे हुये थे। नक्सलियों (Naxali) ने दोनों पुलिसकर्मियों की गर्दन काट दी थी और पुलिस टीम पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। फिलहाल पुलिस इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ बड़े पैमाने पर छानबीन शुरू कर दी है।