Chhattisgarh: ये कुत्ते आईईडी का पता लगाने में माहिर हैं और कई बार इन्होंने अफगानी नागरिकों की भी जान बचाई है। अब इन्हें नक्सल विरोधी अभियान में छत्तीसगढ़ में तैनात किया जाएगा, जहां ये नक्सलियों की आईईडी ब्लास्ट की साजिशों को नाकाम करते दिखेंगे।
रायपुर: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है। इस बीच खबर मिली है कि छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान यूनिट में तीन खोजी कुत्ते रूबी, माया और बॉबी को शामिल किया जाएगा।
ये तीनों खोजी कुत्ते अफगनिस्तान से लौटे हैं। रूबी (बेल्जियम मालिनोइस फीमेल ब्रीड), माया (फीमेल लेब्राडोर) और बॉबी (मेल डॉबरमैन) हैं।
इस समय इन तीनों कुत्तों को दिल्ली में छावला में आईटीबीपी के कैंप में रखा गया है। ये तीनों 3 साल से आईटीबीपी कमांडो की टुकड़ी के साथ काम कर रहे थे और अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में भारतीय दूतावास और इसके राजनयिक स्टाफ की सुरक्षा में तैनात थे।
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ये कुत्ते आईईडी का पता लगाने में माहिर हैं और कई बार इन्होंने अफगानी नागरिकों की भी जान बचाई है। अब इन्हें नक्सल विरोधी अभियान में छत्तीसगढ़ में तैनात किया जाएगा, जहां ये नक्सलियों की आईईडी ब्लास्ट की साजिशों को नाकाम करते दिखेंगे।
इन तीनों कुत्तों को चंडीगढ़ के नजदीक भानू में आईटीबीपी नेशनल ट्रेनिंग सेंटर फॉर डॉग्स में प्रशिक्षित किया गया है और ये पूरी तरह से अपने दुश्मनों के दांत खट्टे करना जानते हैं।