खबर मिली है कि नक्सलियों (Naxalites) ने फर्जी नामों से वाट्सऐप ग्रुप बनाए हैं और इन ग्रुपों में वह कैडर और वामपंथी विचारधारा वाले ग्रामीणों को जोड़ रहे हैं।
जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल (Naxalites) प्रभावित बस्तर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जो नक्सली अभी तक इंटरनेट की बेसिक समझ भी नहीं रखते थे, अब वे नक्सली इन दिनों इंटरनेट मीडिया का भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं।
खबर मिली है कि नक्सलियों (Naxalites) ने फर्जी नामों से वाट्सऐप ग्रुप बनाए हैं और इन ग्रुपों में वह कैडर और वामपंथी विचारधारा वाले ग्रामीणों को जोड़ रहे हैं।
इस समय नक्सली इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर सक्रिय हैं। नक्सली इंटरनेट को अपने विचारों को तेजी से फैलाने का माध्यम मान के चल रहे हैं।
हालांकि पुलिस को जैसे ही इस बात की भनक लगी है, वैसे ही वह सक्रिय हो गई है। पुलिस ऐसे नंबरों पर नजर रखे हुए है, जो जंगल में एक्टिव मोड में हैं। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इन नंबरों से बड़े नक्सली नेताओं तक पहुंचा जा सकता है।