छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की दंतेवाड़ा पुलिस (Police) के सामने 28 मई को सरेंडर करने वाले 8 लाख रुपए के इनामी नक्सली प्रदीप उर्फ भीमा कुंजाम ने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। प्रदीप प्लाटून नम्बर 24 का डिप्टी कमांडर था। ये इलाके में छोटा प्रदीप के नाम से जाना जाता है। सरेंडर के बाद इस नक्सली (Naxali) ने दंतेवाड़ा पुलिस के सामने एक बड़ा खुलासा किया है।
प्रदीप ने नक्शा बनाकर बताया कि बुरगुम, पोटाली में भारी मात्रा में आईईडी (IED) लगाकर नक्सली बड़े हमले की तैयारी कर रहे हैं। पुलिस ने पहले नक्शा बनाकर रणनीति को समझा, फिर सरेंडर नक्सली को अपने साथ पोटाली इलाके लेकर गई और हर एक जगह को बारीकी से देखा। सड़क से लेकर जंगल तक झाड़ियों के बीच पुलिस पार्टी और कट ऑफ पार्टी को किस तरह से क्षति पहुंचाना है, इसकी तैयारी की गई थी।
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इसके अलावा भी सरेंडर नक्सली (Naxali) ने कई सारे खुलासे किए हैं। वह बड़े नक्सलियों (Naxals) के लिए रेडियो, वायरलेस सेट खोलना, जोड़ना, रिपेयरिंग, मोबाइल मैसेजिंग और इंटरसेप्शन डिकार्डिंग की भी ट्रेनिंग ले चुका है। प्रदीप एसएलआर रायफल अपने साथ रखता था। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि प्रदीप के सरेंडर के बाद कई महत्वपूर्ण सूचनाएं हाथ लगी हैं जो आगे काफी मददगार साबित होंगी।
बता दें कि पोटाली में कैम्प खुलने के बाद नक्सली (Naxali) इलाका छोड़ने पर मजबूर हैं। प्रदीप ने बताया कि नक्सल इलाके (Naxal Area) में खुल रहे कैम्पों से नक्सली (Naxals) घबरा चुके हैं। गुंडाधुर, आयतू जैसे बड़े नक्सल लीडर (Naxali Leader) के मारे जाने के बाद नक्सली बहुत दबाव में हैं। इनामी नक्सलियों के मारे जाने से संगठन को बड़ी क्षति हो रही है।