Bijapur Sukma Encounter: कोबरा कमांडो (CoBRA Commando) की रिहाई पर उनकी पत्नी मीनू ने कहा कि ये उनके जीवन का सबसे सुखद पल है। यकीन था कि वे वापस लौटेंगे।
3 अप्रैल को हुई बीजापुर नक्सली मुठभेड़ (Naxal Encounter) के बाद पांच दिन तक नक्सलियों (Naxalites) की कैद में रहे कोबरा कमांडो (CoBRA Commando) राकेश्वर सिंह मनहास (Rakeshwar Singh Manhas) रिहा कर दिए गए हैं। 8 अप्रैल की दोपहर चार बजे के करीब नक्सलियों ने उन्हें रिहा कर दिया।
बता दें कि बीजापुर जिले के जीरागुडेम गांव में नक्सलियों से मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हुए थे। इस एनकाउंटर के दौरान ही नक्सलियों ने इस जवान को अगवा कर लिया था। देश के इस वीर जवान की रिहाई के बाद देश में खुशी की लहर तो है जवान का परिवार भी सुकून की सांस ले रहा है।
जवान की रिहाई पर उनकी पत्नी मीनू ने कहा कि ये उनके जीवन का सबसे सुखद पल है। यकीन था कि वे वापस लौटेंगे, इसके साथ ही अन्य परिजन ने भी सभी का शुक्रिया किया और उनकी वापसी पर खुशी जताई है।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कोबरा कमांडो (CoBRA Commando) राकेश्वर के नक्सलियों के कब्जे में होने की सूचना जब परिवार को मिली थी तो तो सभी का रो-रोकर बुरा हाल था। उनकी पत्नी ने तो जम्मू-अखनूर हाईवे पर धरना भी दिया था। उन्होंने सरकार से मांग की थी पति को जल्द से जल्द रिहा करवाया जाए।
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नक्सलियों ने मुठभेड़ के बाद दावा किया था कि कोबरा जवान (CoBRA Commando) उनके कब्जे में हैं। इसके बाद नक्सलियों ने जवान राकेश्वर सिंह की एक फोटो जारी की थी। इसमें CRPF की कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर नक्सलियों के कैंप में बैठे नजर आ रहे थे।