इस CRPF कैंप में काम करने वाले मजदूरों को दोहरा लाभ दिया जाता है। कोरोना काल में उन्हें इससे बचाव के उपाय ही नहीं बताए जाते, बल्कि बचने से संबंधित सामान भी दिए जाते हैं।
बिहार (Bihar) के राजगीर में सीआरपीएफ (CRPF) के जवान कोरोना की जंग में अहम भूमिका निभा रहे हैं। वे आसपास के गांवों के लोगों को इसके प्रति सतर्क रहने की सीख दे रहे हैं। वहीं, लोगों के बीच मास्क और सेनेटाइजर बांटकर लोगों में इसके उपयोग की आदत भी डलवा रहे हैं।
सीआरपीएफ जवान वीरायतन, राजगीर बाजार, छबिलापिर रोड पर बाइक रैली निकालकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। साथ ही हजारों गरीबों के बीच राशन और जरूरत का सामान भी बांट रहे हैं। इतना ही नहीं, इस कैंप के जवानों ने अपने कैंपस गेटों के पास रहने वाले गरीबों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की है।
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इस कैंप में काम करने वाले मजदूरों को दोहरा लाभ दिया जाता है। कोरोना काल में उन्हें इससे बचाव के उपाय ही नहीं बताए जाते, बल्कि बचने से संबंधित सामान भी दिए जाते हैं। सबसे खास बात यह कि जो भी मजदूर यहां काम करते हैं, उन्हें बेसिक शिक्षा भी दी जाती है।
इसके अलावा, CRPF ने पास के जगजीवनपुर व गणपत नगर गांवों के बच्चों के लिए शिक्षा की भी व्यवस्था की है। साथ ही, उनके माता-पिता को साक्षर बनाने के लिए प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम चलाया है। जवानों का लक्ष्य है कि पास के गांव सौ फीसद साक्षर हों ताकि युवा बेरोजगार न रहें। यही नहीं, इस सीआरपीएफ कैंप के रंगरूटों ने करीब साढ़े चार सौ पौधे लगाए गए हैं।
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बता दें कि राजगीर में स्थित इस CRPF कैंप ने आठ साल में 12 हजार से अधिक रंगरूट देश को दिए हैं। इन आठ सालों में कैंप ने कई सराहनीय काम किए हैं। हर साल यहां डेढ़ हजार युवाओं को रंगरूट बनाने का लक्ष्य है। अपने मुख्य उद्देश्यों के अलावा इसने बिहार मिलिट्री फोर्स के साथ ही महाराष्ट्र, राजस्थान व गुजरात पुलिस को भी ट्रेनिंग दी है।
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इन राज्यों की पुलिस के ट्रेनरों को भी इसने प्रशिक्षित किया है। इस कैंप में रंगरूटों के लिए तैराकी की भी व्यवस्था है। कई खूबियों वाला फायरिंग रेंज है। यहां नवआरक्षियों को 24 हफ्ते के प्रशिक्षण के अलावा, हवलदार, एसआई व इंस्पेक्टर में पदोन्नति पाने वालों को भी ट्रेनिंग दी जाती है।