जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 (Article 370) हटाये जाने के मुद्दे को लेकर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग-थलग पड़ गया है। कोई भी देश इस मुद्दे पर उसका साथ देने के लिए तैयार नहीं है। इस मुद्दे को लेकर पाकिस्तान की बौखलाहट हर रोज किसी न किसी रूप में सामने आ रही है। कभी पाकिस्तान के पीएम परमाणु हमले की धमकी देते हैं, तो कभी पाकिस्तान सरकार का कोई मंत्री उल-जलूल बयानबाजी करता है। 3 सितंबर को पाकिस्तानी मूल के लोगों ने लंदन में हंगामा किया। पाकिस्तान प्रदर्शनकारियों ने भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission) की बिल्डिंग पर पत्थरबाजी की और साथ ही अंडे भी फेंके।
भारतीय उच्चायोग ने ट्विटर पर एक फोटो भी शेयर की है। इसमें देखा जा सकता है कि बिल्डिंग के शीशे टूटे हुए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रिटेन के कोने-कोने में बसे करीब 10 हज़ार पाकिस्तानी मूल के लोग बसों में सवार होकर लंदन पहुंचे। इसके बाद लंदन की सड़कों पर इन सबने हंगामा खड़ा कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने भारतीय उच्चायोग की बिल्डिंग पर अंडे, टमाटर, जूते, पत्थर, स्मोक बम और बोतल फेंके। बिल्डिंग की कई खिड़कियों को नुकसान पहुंचा और शीशे टूट गए।
पाकिस्तान पर भारी पड़ रहे बौखलाहट में लिए गए फैसले, शुरू किया जीवनरक्षक दवाओं का आयात
पाकिस्तानी मूल के लोगों ने इस विरोध प्रदर्शन को ‘कश्मीर फ्रीडम मार्च’ का नाम दिया। यह मार्च पार्लियामेंट स्क्वेयर से शुरू होकर भारतीय उच्चायोग की बिल्डिंग तक पहुंचा। पाकिस्तान के प्रदर्शनकारियों के हाथ में पीओके का झंडा और पोस्टर्स थे। पिछले महीने भी पाकिस्तानी प्रदर्शनकारियों ने लंदन में भारतीय उच्चायोग को निशाना बनाया था। 15 अगस्त के मौके पर भी इन सबने प्रदर्शन के दौरान हंगामा किया था। यानी वैश्विक मंचों पर भारत के हाथों मात खाने के बाद अब पाकिस्तान बचकानी हरकतों पर उतर आया है।
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान ने खुद माना, कश्मीर मसले पर ICJ में जाने के लिए नहीं हैं पर्याप्त सुबूत