पाकिस्तान पर भारी पड़ रहे बौखलाहट में लिए गए फैसले, शुरू किया जीवनरक्षक दवाओं का आयात

जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने राजनायिक संबंध तोड़ लिए थे और भारत के साथ अपने व्‍यापारिक संबंध खत्‍म कर दिए थे। हालांकि, इस बात को अभी एक महीना भी नहीं हुआ है और पाक की हेकड़ी हवा होने लगी है।

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जीवनरक्षक दवाओं की कमी के चलते पकिस्तान ने भारत के साथ आंशिक व्यापार को फिर से शुरू कर दिया है।

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाने के बाद से बौखलाहट में पाकिस्तान ने कई फैसले ऐसे ले लिए थे, जिनका सीधा असर उसी पर पड़ने लगा था। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने राजनायिक संबंध कर कर दिए थे और भारत के साथ अपने व्‍यापारिक संबंध खत्‍म कर दिए थे। हालांकि, इस बात को अभी एक महीना भी नहीं हुआ है और पाक की हेकड़ी हवा होने लगी है। दरअसल, 3 सितंबर को जीवनरक्षक दवाओं की कमी के चलते पकिस्तान ने भारत के साथ आंशिक व्यापार को फिर से शुरू कर दिया है और भारत से दवाओं के आयात को मंजूरी दे दी है।

जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय ने इसे लेकर एक वैधानिक आदेश जारी किया है, जिसमें भारत से दवाओं के आयात-निर्यात की मंजूरी प्रदान की गई है। जियो टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्‍तान के वाणिज्‍य मंत्रालय ने भारत से दवाओं के आयात और निर्यात को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। इसके संबंध में एक वैधानिक नियामक आदेश जारी किया गया है। पाकिस्तान बड़े स्तर पर भारतीय दवाओं को अपने यहां आयात करता है। हर तरह की दवाओं के लिए वह भारत पर आश्रित है। दो हफ्ते पहले ही इस संदर्भ में पाकिस्तान के अखबार डॉन में एक रिपोर्ट छपी थी।

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इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के साथ व्यापार खत्म करने के बाद उद्योग संगठन एम्पलायर्स फेडरेशन ऑफ पाकिस्तान (EFP) ने कहा था, ‘भारत से कच्चा माल या तैयार उत्पाद के रूप में आयात होने वाली जीवनरक्षक दवाएं बाजार से समाप्त हो सकती हैं। इसे देखते हुए वैकल्पिक स्रोत की व्यवस्था नहीं हो जाने तक आयात में कुछ ढील दी जानी चाहिए।’ अब जब पाकिस्तान के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है तो उसने फिर से भारत से दवा आयात करने की मंजूरी दे दी है। आंकड़ों की बात करें तो, पाकिस्तान ने पिछले 16 महीनों के दौरान भारत से 250 करोड़ रुपये से ज्यादा की केवल रेबीजरोधी की और जहररोधी टीकों की खरीदारी की थी।

वहीं, साल 2017-18 में भारत और पाकिस्तान के बीच महज 2.4 अरब डॉलर का व्यापार हुआ, जो भारत का दुनिया के साथ कुल व्यापार का महज 0.31 फीसदी है और पाकिस्तान के ग्लोबल ट्रेड का 3.2 फीसदी है। वहीं, कुल द्विपक्षीय व्यापार में करीब 80 फीसदी हिस्सा पाकिस्तान में भारतीय निर्यात का है। पाकिस्तान भारत को ताजे फल, खनिज और अयस्क, सीमेंट, तैयार चमड़ा, प्रसंस्कृत खाद्य, अकार्बनिक रसायन, कच्चा कपास, मसाले, ऊन, रबड़ के उत्पाद, अल्कोहल पेय, चिकित्सा उपकरण, समुद्री सामान, प्लास्टिक, डाई और खेल का सामान निर्यात करता था। वहीं, भारत की ओर से पाकिस्तान को जैविक रसायन, कपास, प्लास्टिक उत्पाद, अनाज, चीनी, कॉफी, चाय, लौह और स्टील के सामान, दवा और तांबा आदि उत्पाद निर्यात किया जाता था।

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