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बौखलाहट में पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन कर सकते हैं आतंकी हमला- खुफिया रिपोर्ट

अनुच्छेद 370 पर मोदी सरकार के फैसले के बाद सुरक्षा एजेंसियों की एक रिपोर्ट सामने आई थी कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी हमला कर सकते हैं।

अनुच्छेद 370 (Article 370) पर केंद्र सरकार के फैसले के बाद सुरक्षा एजेंसियों की एक सनसनीखेज रिपोर्ट सामने आई थी। इस रिपोर्ट के मुताबिक, देश में आतंकी हमला हो सकता है। इस रिपोर्ट के बाद से नौसेना ने सभी बेस को हाई अलर्ट पर रखा है। साथ ही समुद्री मार्गों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान सरकार बेचैन है। पाकिस्तान सरकार के साथ ही पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों में भी बौखलाहट है। जानकारी के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी सुरक्षाबलों पर बड़ा हमला कर सकते हैं।

पाकिस्तान आतंकवादी संगठन ‘मुजाहिद बटालियन’ का इस्तेमाल लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर भारतीय सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए कर सकता है। जानकारी के अनुसार, यह आतंकी हमला फिदायीन हो सकता है। इस खुफिया रिपोर्ट के सामने आने के बाद सुरक्षाबलों को अलर्ट रहने का निर्देश जारी किया गया है। पाक अधिकृत कश्मीर में 3 जगहों पर आतंकवादी बड़ी संख्या में मौजूद हैं, जहां से वे भारत में घुसपैठ की बड़ी कोशिश कर रहे हैं। जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी भारत में आतंक मचाने की कोशिश में हैं। भारत की तीनों सेनाएं अलर्ट मोड पर हैं। भारत ने पूरे जम्मू-कश्मीर के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बलों को तैनात किया है।

जम्मू-कश्मीर: Article 370 हटाए जाने के बाद पहली जुमा पर मस्जिदों में उमड़े लोग

जम्मू और कश्मीर के सीमांत इलाकों सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में अनुच्छेद 370 हटाने का प्रस्ताव पेश किया था। इसके अनुसार, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश होंगे। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर के संबंध में अनुच्छेद 370 के सभी खंड लागू नहीं होंगे। गृह मंत्री द्वारा पेश किए गए बिल में जम्मू-कश्मीर आरक्षण अधिनियम 2004 में संशोधन किया गया। राज्यसभा में बिल पास होने से अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रहने वाले लोगों को भी आरक्षण का लाभ मिल सकेगा।

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