Indian Army: टैंक (Tank) का मुख्य काम गोले दागना होता है। टैंक भारी हथियारों से लैस और बख्तरबंद लड़ाकू वाहन जो दो धातु की जंजीरों पर चलता है जिसे ट्रैक कहा जाता है।
भारतीय सेना (Indian Army) के पास एक से बढ़कर एक आधुनिक टैंक (Tank) हैं। टैंक के जरिए किसी भी जंग का रुख अपनी ओर किया जा सकता है। यह सैनिकों को सुरक्षित रखने के साथ ही दुश्मनों को भस्म करने के काम आता है। यही वजह है कि विश्व की हर सेना के पास वॉर टैंक जरूर होते हैं।
टैंक को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं जिनमें से एक सवाल यह भी है कि एक टैंक के अंदर क्या-क्या चीजें होती हैं? दरअसल, टैंक में मुख्य तौर पर दो पोर्ट्स होते हैं, एक निचला हिस्सा होता है जो कि ट्रैक, पहिए, इंजन और सैन्य दल के बैठने के लिए होता है, दूसरा हिस्सा ऊपर की ओर होता है जिसे टेरत कहते हैं।
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इसमें तोप, मशीन गन और टैंक के अन्य जरूरी उपकरण फिट होते हैं। इसके सैन्य दल में 3 से 5 सदस्य हो सकते हैं जो टैंक को चलाने, गोले दागने, मशीन गन चलाने और टैंक कमांड करने की भूमिका निभाते हैं। टैंक का मुख्य काम गोले दागना होता है।
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टैंक (Tank) भारी हथियारों से लैस और बख्तरबंद लड़ाकू वाहन जो दो धातु की जंजीरों पर चलता है, जिसे ट्रैक कहा जाता है। टैंकों में हथियार सिंगल राइफल-कैलिबर मशीन गन से लेकर, हाल के वर्षों में 120- या 125-मिमी (4.72- या 4.92-इंच) कैलिबर की लंबी बैरल वाली बंदूकें भी शामिल की गई हैं।