PLA: चीन की बढ़ती ताकत सबको साफ नजर आ रही है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले समय में चीन दुनिया की सुपर पॉवर होगा और इसमें उसकी सैन्य ताकत का अहम रोल होगा।
दुनिया की तीन घातक सेनाओं का जिक्र होता है तो अमेरिका और रूस के बाद चीन की सेना पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) का नाम आता है। चीनी सेना दुनिया की घातक सेना में तीसरे स्थान पर आखिर क्यों गिनी जाती है? आखिर इसके पीछे क्या वजह है जो ग्लोबल रैंकिंग में चीन हमेशा तीसरी सबसे बड़ी सेना बनकर टिका हुआ है?
चीन की बढ़ती ताकत सबको साफ नजर आ रही है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले समय में चीन दुनिया की सुपर पॉवर होगा और इसमें उसकी सैन्य ताकत का अहम रोल होगा।
चीनी सेना PLA के हैं 5 घटक, जानें भारत से कैसे है ये अलग
भारत इसके ठीक पीछे चौथे नंबर पर रहता है। चीन के पास अमेरिका और रूस से कम लेकिन भारत से बेहतर सैन्य शक्ति है। चीन के पास करीब 26 लाख लोगों की मिलिट्री ताकत है।
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3,210 मिलिटरी एयरक्राफ्ट्स, करीब साढ़े तीन हजार टैंक्स, 33 हजार हथियारबंद व्हीक्ल, किसी भी देश को भस्म करने के लिए 2,650 रॉकेट प्रॉजेक्टर्स, 777 नेवी फ्लीट्स, 74 सबमरीन्स, 36 डिस्ट्रॉयर्स हैं। इनके अलावा चीन के पास 290 न्यूक्लियर वॉरहेड्स और मिड रेंज वाली सबसे ज्यादा बलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों का भंडार है।