War of 1962: चीन ने इस युद्ध में अपनी ताकत के दम पर जीत हासिल तो की, लेकिन भारतीय सैनिकों ने हार से पहले चीनी सेना को भगा-भगाकर मारा था।
भारत और चीन के बीच 1962 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में चीनी सेना भारतीय सेना (Indian Army) पर भारी पड़ी थी। भारत को आजादी मिले महज 14 साल ही हुए थे लेकिन 1947-48 युद्ध के बाद एक और युद्ध लड़ना पड़ा था। युद्ध में भारतीय सेना पूरी तैयारी के साथ नहीं उतरी थी लिहाजा हार का मुंह देखना पड़ा था।
वहीं, चीनी सेना पूरी तैयारी के साथ आई और जीतकर ही वापस लौटी। उस समय भारतीय सेना, चीन के मुकाबले ज्यादा एडवांस नहीं थी और न ही ज्यादा हथियार थे। जबकि युद्ध के दौरान चीनी सैनिक एडवांस लेवल के हथियार के साथ भारत के खिलाफ उतरे थे।
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हालांकि, यह युद्ध एकतरफा नहीं था और भारतीय वीर सपूतों ने सीमित संसाधानों के बावजूद दिखा दिया था कि भारत में कितना दम है। चीन ने इस युद्ध में अपनी ताकत के दम पर जीत हासिल तो की लेकिन भारतीय सैनिकों ने हार से पहले चीनी सेना को भगा-भगाकर मारा था। युद्ध (War of 1962) की शुरुआत में चीनी सेना ने 20 अक्टूबर, 1962 को लद्दाख में और मैकमोहन रेखा के पार एक साथ हमले शुरू किए थे जिसके बाद भारतीय सेना का खून खौल गया था।
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यह युद्ध (War of 1962) करीब 32 दिनों तक चला था और इसमें भारतीय सेना को चीन के मुकाबले दोगुना नुकसान झेलना पड़ा था। भारतीय सेना के 1,383 जवान शहीद हुए थे और करीब 1 हजार जवान घायल हो गए थे। वहीं, चीन के 722 जवान शहीद हुए थे और 1,697 जवान घायल हुए थे। देखा जाए तो एक तरह से दोनों ही सेनाओं को भारी जान-माल का नुकसान हुआ था।