कोरोना वायरस (Corona Virus) के चलते देश भर में जारी लॉकडाउन (Lock Down) में किसी जरूरतमंद को कोई तकलीफ न हो, इसके लिए सीआरपीएफ (CRPF) के जवान मुस्तैदी से जुटे हुए हैं। सीआरपीएफ के जवान लोगों की हर संभव मदद के लिए तत्पर हैं। खाने-पीने की चीजों से लेकर मेडिकल सुविधाएं भी CRPF के जवान लोगों तक पहुंचा रहे हैं।
इस कड़ी में सीआरपीएफ ने मानवता की एक और मिसाल पेश की है। दरअसल, श्रीनगर में एक मजदूर ताहिर अहमद डार और हुमैरा के घर कुछ दिन पहले ही खुशियों ने दस्तक दी थी। घर में एक बच्चे की किलकारी गूंजी थी। पर इस खुशी के साथ-साथ एक गम भी आया था। दरअसल, ताहिर के बच्चे की हालात गंभीर थी।
Chhattisgarh: दंतेवाड़ा-बीजापुर सीमा पर मुठभेड़, जवानों ने एक नक्सली को मार गिराया
पांच दिन का नवजात हृदय रोग से पीड़ित था। जहां बच्चे का जन्म हुआ था, वहां के डॉक्टर्स ने ताहिर को जल्द से जल्द बच्चे की सर्जरी करवाने की सलाह दी थी। यह भी बताया गया था कि श्रीनगर में यह ऑपरेशन करवाने में लाख रूपए का खर्च आएगा। मजदूरी करने वाले ताहिर के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह अपने बच्चे का ऑपरेशन करा सके।
इसी दौरान सीआरपीएफ (CRPF) को यह जानकारी मिली। सीआरपीएफ (CRPF) ‘मददगार’ ने मौके पर पहुंचकर नवजात के आपातकालीन ऑपरेशन की व्यवस्था की। साथ ही परिवार को तीस हजार रूपये की मदद भी की। वहीं, सीआरपीएफ (CRPF) द्वारा की गई इस मदद से बच्चे का सफल ऑपरेशन हो सका।
अब उस नन्हीं सी जान की हालत स्थिर है। इस बाबत सीआरपीएफ (CRPF) ‘मददगार’ ने एक ट्वीट भी किया। सीआरपीएफ मददगार ने ट्वीट में कहा कि उक्त शिशु के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। साथ ही सीआरपीएफ (CRPF) सभी जरूरतमंदों की हर संभव सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।