Indian Army: दुश्मनों के खिलाफ कहां से और किस तरह से चौकसी की जाए या हमला किया जाए यह बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि पहाड़ी क्षेत्र काफी दुर्गम और बर्फीले होते हैं।
भारतीय सेना (Indian Army) के जवानों का शौर्य और बलिदान पूरी दुनिया में विख्यात है। सेना किसी भी ऑपरेशन से पहले लोकेशन की जानकारी हासिल करती है। ऐसा नक्शे के जरिए किया जाता है। नक्शे पर दिखने वाली लोकेशन के आधार पर ही रणनीति तय होती हैं।
पूर्व में हुए युद्ध के दौरान भी सेनाओं ने नक्शे के जरिए ही दुश्मनों के खिलाफ अहम रणनीतियां अपनाई हैं। दरअसल, भारत ने अबतक चीन और पाकिस्तान से ही युद्ध लड़े हैं। ऐसे में इन दोनों ही देशों के साथ भारत अपनी सीमाएं साझा करता है जो कि पर्वत श्रृंखलाएं हैं।
ईरान की सर्जिकल स्ट्राइक की खबर को पाकिस्तान ने बताया फर्जी, सेना ने दी ये सफाई
ऐसे में दुश्मनों के खिलाफ कहां से और किस तरह से चौकसी की जाए या हमला किया जाए यह बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि पहाड़ी क्षेत्रों काफी दुर्गम और बर्फीले होते हैं।
सेना (Indian Army) के जवान हर चुनौती का सामना कर दुश्मनों के खिलाफ उतरते हैं लेकिन चुनौतियां कम से कम हो और हमला प्रभावी हो इसके लिए नक्शे का इस्तेमाल कर बेहतरीन रास्तों का इस्तेमाल करने पर जोर दिया जाता है।
ये भी देखें-
कई बार लोकेशन भूलने पर स्थानीय लोगों की भी सहायता ली जाती है ताकि तय टारगेट तक पहुंचने में आसानी हो सके। पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में पहाड़ों पर रहने वाले कई स्थानीय लोगों ने सेना (Indian Army) की मदद कर उन्हें लोकेशन तक पहुंचाया था।