India Pakistan War 1965: पाकिस्तान सैनिक भारी मात्रा में गोला बारूद लेकर आए थे लेकिन हाजीपीर पर भारतीय सैनिकों के नियंत्रण के बाद वे वहां से भाग खड़े हुए थे।
भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में लड़े गए युद्ध (India Pakistan War 1965) में एक वक्त ऐसा भी आया था जब हमारे वीर सपूतों ने अपना भारी सामान उठाने के लिए पाकिस्तानी सैनिकों का कुली की तरह इस्तेमाल किया था। ऐसा हाजीपीर की लड़ाई को जीतने के बाद हमारी युद्ध में 1-पैराशूट रेजिमेंट के जवानों ने दुश्मनों सैनिकों से करवाया था।
युद्ध में शामिल रहे लेफ्टिनेंट जिमी राव ने उन दिनों को यादकर अपने अनुभव साझा किए हैं। वे बताते हैं कि हमने न सिर्फ दुश्मन सैनिकों को बंदी बनाया, बल्कि उन्हें अपना भारी सामान उठाने के लिए कुली की तरह इस्तेमाल किया। हमने पाकिस्तानी सैनिकों को मौत का डर दिखाकर उनसे बोझा ढुलवाया।
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पाकिस्तान सैनिक भारी मात्रा में गोला बारूद लेकर आए थे, लेकिन हाजीपीर पर भारतीय सैनिकों के नियंत्रण के बाद वे वहां से भाग खड़े हुए थे। हाजीपीर और आस-पास के इलाकों पर कब्जा करते ही पाकिस्तान को यह आभास हो गया था कि वह अब किसी भी कंडीशन में इस युद्ध में नहीं जीत सकता है।
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लेफ्टिनेंट जिमी राव आगे बताते हैं, “इस दौरान सर्च ऑपरेशन में हमारे हाथ कुछ पाकिस्तानी सैनिक लगे और हमने उनका बखूबी इस्तेमाल किया। पाकिस्तानी सैनिक अपने पीछे इतना खाना छोड़ गए थे, जिससे 1,000 लोगों को एक महीने तक खाना खिलाया जा सकता था।”