बस्तर में 14 मार्च को नक्सली मुठभेड़ (Bastar Naxal Encounter) हुआ था। इस मुठभेड़ में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (CAF) के दो जवान शहीद हो गए थे। इनमें से एक शहीद जवान उपेंद्र साहू के अंतिम संस्कार के समय का वह एक वाकया जब शहीद उपेंद्र साहू के 4 साल के बेटे ने कुछ ऐसा किया कि सबका कलेजा छलनी हो गया।
दरअसल, शहीद उपेंद्र साहू के शव को घर के बाहर नदी के तट पर लाया गया। इस दौरान शहीद उपेंद्र का चार साल का बेटा लकी भी मौजूद था। लकी का बड़ा भाई अनिरुद्ध शहीद पिता को मुखाग्नि देने की तैयारी कर रहा था। शहीद जवान के पार्थिव शरीर को साथी जवान कांधा देकर इंद्रावती के नए पुल के नीचे नदी के तट पर लाए।
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इसके बाद शहीद के पार्थिव शरीर की पुष्पचक्र परिक्रमा का आयोजन किया गया और गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाने लगा। इस दौरान शहीद उपेंद्र साहू के मासूम बेटे लकी को लगा कि कोई खेल चल रहा है। रिश्तेदार की गोद में वह अपनी तुतली आवाज में- ‘गोल-गोल रानी, इत्ता-इत्ता पानी…’, कविता गाने लगा। मासूम को यह कविता गाता देख वहां मौजूद हर इंसान का कलेजा मुंह को हो आया।
कविता की दो लाइन गाने के बाद नन्हें की ने अपने एक रिश्तेदार से पूछा कि पापा को कहां लगी है? चेहरा छूकर कहा- ‘क्या यहां या नाक में?’ उसकी बातें सुनकर सभी रो पड़े। बता दें कि 14 मार्च को बस्तर जिले में सुरक्षा बल के जवानों और नक्सलियों में मुठभेड़ (Bastar Naxal Encounter) हुई थी। इस मुठभेड़ में सीएएफ (CAF) के दो जवान शहीद हो गए थे। वहीं, सीआरपीएफ (CRPF) का एक जवान बुरी तरह घायल हो गया था।