असम के नक्सल प्रभावित इलाके में पेट्रोलिंग के दौरान हरियाणा का एक जवान शहीद हो गया। दरअसल, असम जिले के सिलचर इलाके के आसपास बीते 14 अक्टूबर को सीमा सुरक्षाबल (BSF) के 3 जवान एनआरसी ड्यूटी के लिए पेट्रोलिंग कर रहे थे। उसी दौरान नक्सलियों ने फायरिंग कर दी।
नक्सलियों की एक गोली खुर्शीद अहमद को लगी और उनकी मौत हो गई। परिजनों को जैसे ही BSF के जवानों ने घटना की जानकारी दी तो उनके पैरों तले की जमीन निकल गई। परिवार में मातम पसर गया। शहीद हुए BSF हवलदार खुर्शीद अहमद का शव 15 अक्टूबर की देर शाम उनके पैतृक गांव रायपुर पहुंचा। शहीद का शव पहुंचने की खबर जैसे ही ग्रामीणों और इलाके के लोगों को लगी तो रायपुर गांव में भारी भीड़ इकट्ठी हो गई। शव पहुंचने के बाद शहीद को अंतिम विदाई देने की प्रक्रिया शुरू हो गई।
BSF के जवानों ने शहीद को सलामी दी और पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। बता दें कि नूह जिले के पुनहाना खंड के गांव रायपुर में जन्में खुर्शीद अहमद 1989 में BSF में भर्ती हुए थे। तीन भाइयों में खुर्शीद अहमद अकेले सरकारी सेवा में कार्यरत थे। वे दो बच्चों के पिता थे और अपने परिवार के साथ कई सालों से दिल्ली में रह रहे थे। खुर्शीद अहमद की शहादत पर पूरे गांव के लोगों को गर्व है।
BSF के एएसआई मंगल मशीह के मुताबिक, नक्सल प्रभावित इलाके में हर वक्त जवानों के सिर पर मौत का साया मंडराता रहता है। पिछले 14 अक्टूबर को पेट्रोलिंग के दौरान खुर्शीद अहमद की शहादत हुई। नक्सलियों की गोली ने उन्हें लहूलुहान कर दिया था। उन्होंने बताया कि शहीद खुर्शीद अहमद के शव को पहले सिलचर लाया गया। उसके बाद कोलकाता लाया गया, फिर हवाई जहाज से दिल्ली एयरपोर्ट पर लाया गया। जहां से BSF के जवानों द्वारा शहीद के शव को उनके पैतृक गांव रायपुर लाया गया।