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एयर वाइस मार्शल आदिय विक्रम पेठिया, 5 महीनों तक पाकिस्तान में युद्धबंदी बनकर रहे

एयर वाइस मार्शल आदित्य विक्रम पेठिया (फाइल फोटो)।

India Pakistan War 1971: पेठिया (Aditya Vikram Pethia) करीब पांच महीनों तक दुश्मन की कैद में रहे थे। इस दौरान उन्हें कई तरह की यातनाएं सहनी पड़ी थी। उन्होंने उन दिनों को याद करते हुए कई मौकों पर मीडिया से बातचीत में अपने अनुभव को साझा किया है।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में भारतीय सेना को शानदार जीत हासिल हुई थी। युद्ध के दौरान पाकिस्तान की कैद में कुछ भारतीय जवान युद्धबंदी बनकर रहे थे। इनमें एयर वाइस मार्शल आदित्य विक्रम पेठिया (Aditya Vikram Pethia) भी थे।

एयर वाइस मार्शल आदित्य विक्रम पेठिया (Aditya Vikram Pethia) करीब पांच महीनों तक दुश्मन की कैद में रहे थे। इस दौरान उन्हें कई तरह की यातनाएं सहनी पड़ी थीं। उन्होंने उन दिनों को याद करते हुए कई मौकों पर मीडिया से बातचीत में अपने अनुभव को साझा किया है।

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वे बताते हैं कि पाकिस्तानी सेना ने युद्धबंदियों को परेशान कर बुरी यातनाएं दी थीं। मेरी जांघों को सिगरेट से जला दिया गया था। चिलचिलाती सर्दियों में उन्हें नंगे बदन जमीर पर सुलाया जाता था। मार-मारकर उनके शरीर की लगभग सारी हड्डियां तोड़ दी गई थीं।

वे आगे बताते है, “मेरी चारपाई को मेरे हाथों पर रखकर पाकिस्तानी जवान उसपर कूद जाया करते थे। मुझे बहुत दर्द होता था। हमें राइफल के बट लेकर टेबल टेनिस के रैकेट तक से पीटा जाता था। मेरा एक फेफड़ा डैमेज हो गया था और कई हड्डियां तोड़ दी गई थीं। जब मैं देश वापस लौटा तो मुझे टीबी थी।”

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मालूम हो कि 1971 की लड़ाई में बांग्लादेश को आजादी मिली थी। बांग्लादेश को पाकिस्तान के अत्याचारों से आजाद हुआ और इसमें भारतीय सेना (Indian Army) की भूमिका को वह आज तक मानता है।