देश की आतंरिक सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती रहा नक्सलवाद अब धीरे-धीरे कमजोर पड़ता जा रहा है। सरकार की कल्याणकारी नीतियों के चलते बड़े-बड़े नक्सली सरेंडर करते जा रहे हैं। बीते 5 सालों में बड़ी संख्या में नक्सलियों ने सरेंडर किया है। यही वजह है कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों की संख्या में 156 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है।