देश के नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सलियों का जंगल राज चलता है। इसका जरिया बनती हैं जन अदालतें, जहां वे तुगलकी फरमान सुनाते हैं। साथ ही इन्हीं जंगलों में नए रंगरुटों को हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती है। पर आए दिन हो रही गिरफ्तारी और एनकाउंटर के चलते नक्सलियों के जंगल राज में भारी कमी आई है।