भारत-चीन सीमा पर 15 जून की रात चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए। इन शहीद जवानों में झारखंड के जवान गणेश हांसदा भी वीरगति को प्राप्त हुए हैं। शहादत की खबर से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। शहीद गणेश हांषदा (Martyr Ganesh Hansda) के परिजनों से मिलने और सांत्वना देने के लिए उनके घर पर लोगों का तांता लगा हुआ है।
थम नहीं रहे परिजनों के आंसू: शहीद गणेश के पिता शुभदा हांसदा, मां कापरी हांसदा, बड़े भाई दिनेश हांसदा, और भाभी सोनारो हांसदा के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। शहीद गणेश का पार्थिव शरीर आज शाम रांची स्थित एयरपोर्ट में लाया जाएगा। इसके बाद वहां से पार्थिव शरीर को उनके गांव ले जाया जाएगा।
शुरू से ही सेना में जाना चाहते थे: शहीद गणेश (Martyr Ganesh Hansda) के दोस्त बताते हैं कि उन्होंने साल 2015 में कीरुकूझी उत्क्रमित हाई स्कूल से प्रथम श्रेणी से मैट्रिक पास किया था। इसके बाद उन्होंने करणडीह स्थित लाल बहादुर शास्त्री मेमोरियल कॉलेज में साइंस से इंटर में दाखिला लिया था। वहीं पर उन्होंने एनसीसी भी ज्वॉइन किया था। उनकी शुरू से ही सेना में जाने की इच्छा थी।