पुलवामा हमले (Pulwama Attack) में शहीद हुए जवानों के परिवारों की मदद के लिए लगातार देशवासी आगे आए हैं। इसी कड़ी में शहीद हुए जवानों के परिजनों को राजस्थान के एक वैज्ञानिक ने 110 करोड़ रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। ये रक़म अपनी टैक्सेबल-इन्कम में से दान करने का एलान किया हैं। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है। पुलवामा के शहीदों के परिजनों के लिए यह अब तक की सबसे बड़ी मदद है।
मुर्तजा हामिद राजस्थान के कोटा के निवासी हैं और मुंबई में रहते हैं। वर्तमान में वह मुंबई में बतौर रिसर्चर और साइंटिस्ट कार्यरत हैं। मुर्तजा जन्म से ही अपनी आंखों की रोशनी खो चुके हैं। उनकी आंखें कुछ फीसद ही कार्य करती है। इन्होंने कोटा के गवर्नमेंट कॉमर्स कॉलेज से कॉमर्स में ग्रैजुएशन किया था।
इनका ऑटो मोबाइल का पुश्तैनी बिजनेस भी था। लेकिन नेत्रहीनता के कारण उन्हें इस व्यवसाय में काफी नुकसान हुआ। मुर्तजा ने कुछ समय पहले फ्यूल बर्न रेडिएशन टेक्नोलॉजी के जरिए जीपीएस, कैमरा या अन्य किसी उपकरण के बगैर ही किसी भी वाहन को ट्रेस किए जाने का आविष्कार भी किया था। इस काम के लिए उन्हें एक कंपनी से अच्छी खासी रकम भी मिली थी।
मुर्तजा का मानना है कि देश प्रेम का जज़्बा हर एक के अंदर होना चाहिए। दुःख की घड़ी में शहीदों की मदद के लिए सबको आगे आना चाहिए। मुर्तजा का कहना है कि 110 करोड़ रुपए देने की कागजी कार्रवाई उनकी तरफ से पूरी कर ली गई है, वे पीएमओ के आदेश पर डीडी या चेक से भुगतान करेंगे।