ग्लेशियर (Glacier) टूटने की वजह से आसपास के गांवों को खाली करवाया जा रहा है और नदी के किनारे बने कई घर पानी में बह गए हैं। खबर ये भी हैं कि यहां एनटीपीसी के भी एक प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचा है।
चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां रविवार को ग्लेशियर (Glacier) टूट गया है। ग्लेशियर के टूटने की वजह से धौलीगंगा नदी का जल स्तर अचानक बढ़ गया है, जिससे ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यहां काम करने वाले 150 मजदूर भी लापता हैं। लापता मजदूरों के पानी में बहने की आशंका जताई जा रही है।
आसपास के गांवों को खाली करवाया जा रहा है और नदी के किनारे बने कई घर पानी में बह गए हैं। खबर ये भी हैं कि यहां एनटीपीसी के भी एक प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचा है।
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इस भीषण घटना में तपोवन बैराज, श्रीनगर डैम और ऋषिकेश डैम को भी काफी नुकसान पहुंचा है। इस आपदा पर पूरे देश में चर्चा है। गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से फोन पर बात की है।
वहीं इस घटना के बाद यूपी में भी हाई अलर्ट किया गया है। सीएम योगी ने गंगा किनारे बसे सभी जिलों में नदी के जलस्तर पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
ITBP के 200 से ज्यादा जवान, SDRF की 10 और NDRF की टीमें रेस्क्यू कर रही हैं। भागीरथी नदी का पानी रोक दिया गया है।
इस घटना के बाद सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। 1905, 1070 और 9557444486 टोल फ्री नंबर हैं, जिन पर संपर्क किया जा सकता है।