केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के बाहरी इलाकों में आंदोलन कर रहे तीन और किसानों (Farmers) की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि एक किसान की मौत हर्ट अटैक पड़ने से हुई, एक किसान बुखार से पीड़ित था जबकि तीसरे किसान की मौत का कारण पता नहीं चला है।
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पुलिस ने बताया कि मरने वाले किसानों (Farmers) की पहचान पंजाब के संगरूर जिले के लिधरा गांव के रहने वाले 45 वर्षीय शमशेर सिंह, पंजाब के बठिंडा जिले के चाउके गांव के रहने वाले 18 वर्षीय जशनदीप सिंह और हरियाणा के जींद के रहने वाले 60 वर्षीय जगबीर सिंह के तौर पर हुई है।
शमशेर सिंह सिंघू बॉर्डर पर चल रहे प्रदर्शन में शामिल थे जबकि जगबीर सिंह टीकरी बॉर्डर पर प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे थे। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शमशेर ने सीने में दर्द होने की शिकायत की थी। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत के असली कारणों का पता चलेगा।
बहादुरगढ़ थाने के एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, जगबीर की टिकरी बॉर्डर पर हर्ट अटैक आने से मौत हुई। अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव उनके परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया।
पुलिस के मुताबिक, जशनदीप की मौत शनिवार की शाम को हुई। वह टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों (Farmers) का समर्थन करने गए थे। जशनदीप बुखार से पीड़ित थे और उन्हें रोहतक के पीजीआईएमएस ले जाया गया जहां उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली।
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब और हरियाणा सहित देश के कई राज्यों के किसान (Farmers) दिल्ली की बाहरी सीमाओं पर एक महीने से अधिक समय से धरनो पर बैठे हैं। इस बीच कांग्रेस के नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने केंद्र से किसानों की मांग मान लेने की अपील की।